- – शिवरात्रि त्यौहार भगवान शिव की भक्ति और मंगलमय ऊर्जा का प्रतीक है।
- – इस दिन शिव का नाम अमंगल को हरने वाला और शुभ फलदायक माना जाता है।
- – रूद्र आवाहन और जलाभिषेक के माध्यम से अंतर्मन को पावन और शुद्ध किया जाता है।
- – शिव के चरणों में जीवन का सार पाया जाता है और नंदी नाथ को हृदय में बसाया जाता है।
- – यह पर्व प्रकृति, युग और काल चक्र के महाकाल शिव की महिमा का उत्सव है।
- – शिवरात्रि की भक्ति से तन-मन शिवमय होकर संसार में शांति और सुख का संचार होता है।

शिवरात्रि त्यौहार,
आ गया शिवरात्रि त्यौहार,
शिव की मंगलमय भक्ति का,
आ गया शिवरात्रि त्यौंहार।।
शिव का नाम अमंगल हारी,
शुभ फलदायक मंगलकारी,
पूजे शिव को सब नर नारी,
तन मन शिव शिव शिवमय हो गया,
गूंजे सारा संसार,
शिव की मंगलमय भक्ति का,
आ गया शिवरात्रि त्यौंहार।।
इस दिन करके रूद्र आवाहन,
अंतर्मन हो जाए पावन,
पर्व मधुर है पुनीत सुहावन,
चरणों में श्री महादेव के,
है जीवन का सार,
शिव की मंगलमय भक्ति का,
आ गया शिवरात्रि त्यौंहार।।
शिव को जलाभिषेक कराए,
नंदी नाथ को ह्रदय बसाए,
‘कुलदीप’ ‘देवेन्द्र’ भी महिमा गाए,
प्रकृति युग और काल चक्र के,
महाकाल आधार,
शिव की मंगलमय भक्ति का,
आ गया शिवरात्रि त्यौंहार।।
शिवरात्रि त्यौहार,
आ गया शिवरात्रि त्यौहार,
शिव की मंगलमय भक्ति का,
आ गया शिवरात्रि त्यौंहार।।
स्वर – श्री देवेन्द्र पाठक महाराज जी।
