- – यह कविता हनुमान जी के अद्भुत और शक्तिशाली अवतार का वर्णन करती है, जो मंगलवार के दिन विशेष पूजनीय हैं।
- – हनुमान जी को अंजनी पुत्र, केसरी नंदन और गदा धारी के रूप में बताया गया है, जो भगवान राम के परम भक्त और रक्षक हैं।
- – हनुमान जी के नाम का जप करने से सभी बिगड़े काम बनते हैं और वे अष्ट सिद्धि के दाता तथा सूर्य देव के शिष्य हैं।
- – भक्तजन हनुमान जी को चोला चढ़ाते हैं, चालीसा पढ़ते हैं और लड्डू बूंदी का भोग लगाते हैं।
- – हनुमान जी को राम और सीता माता का परम स्नेही बताया गया है, जो जगत के दुःख हरने वाले और भक्तों के नाथ हैं।
- – कविता में बार-बार “बजरंगी का वार” और “शिव शंकर का अद्भुत अवतार” कहकर हनुमान जी की महिमा का गुणगान किया गया है।
आज मंगलवार हैं,
बजरंगी का वार है,
शिव शंकर का इस धरती पर,
ये अद्भुत अवतार है।।
तर्ज – आज मंगलवार है।
अंजनी पुत्र केसरी नंदन,
गदा हाथ में धारे है,
गदा हाथ में धारे है,
पुरुषोत्तम श्री राम को सबसे,
हनुमान जी प्यारे है,
हनुमान जी प्यारे है,
इनकी शक्ति अपार है,
बजरंगी का वार है,
शिव शंकर का इस धरती पर,
ये अद्भुत अवतार है।।
जिसने नाम जपा हनुमंता,
उसके बिगड़े काम बने,
उसके बिगड़े काम बने,
क्यों ना हो शक्तिशाली वो,
जिसके रक्षक राम बने,
जिसके रक्षक राम बने,
सब भक्तो से प्यार है,
बजरंगी का वार है,
शिव शंकर का इस धरती पर,
ये अद्भुत अवतार है।।
अष्ट सिद्धि के दाता है ये,
सूर्य देव के शिष्य रहे,
सूर्य देव के शिष्य रहे,
दीनानाथ दीन दुःखभंजन,
जग के कारण कष्ट सहे,
जग के कारण कष्ट सहे,
चोला लाल सिंगार है,
बजरंगी का वार है,
शिव शंकर का इस धरती पर,
ये अद्भुत अवतार है।।
कोई चोला इन्हें चढ़ाए,
चालीसा कोई गाता है,
चालीसा कोई गाता है,
लड्डू बूंदी इनको भाते,
इसका भोग लगाता है,
इसका भोग लगाता है,
भक्तो की भरमार है,
बजरंगी का वार है,
शिव शंकर का इस धरती पर,
ये अद्भुत अवतार है।।
परम सनेही रहे राम के,
सिता माँ के प्यारे है,
सिता माँ के प्यारे है,
हम गंभीर है अनुचर उनके,
वो ही नाथ हमारे है,
वो ही नाथ हमारे है,
जगती में जयकार है,
बजरंगी का वार है,
शिव शंकर का इस धरती पर,
ये अद्भुत अवतार है।।
आज मंगलवार हैं,
बजरंगी का वार है,
शिव शंकर का इस धरती पर,
ये अद्भुत अवतार है।।
https://youtu.be/s1p3xTsWoLo
