- – मंगलवार को महावीर (हनुमान जी) का विशेष वार माना जाता है, जो सच्चे मन से भक्ति करने वालों के लिए उद्धार का माध्यम है।
- – महावीर ने बाल्यकाल से ही ध्यान और ब्रह्मज्ञान प्राप्त किया, और राम के कार्यों में वानर रूप धारण कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- – उन्होंने रावण द्वारा माता सीता के हरण के बाद लंका जाकर माता का पता लगाया और रावण के विरुद्ध युद्ध में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- – मेघनाथ द्वारा ब्रह्मपाश में फंसाए जाने के बावजूद महावीर ने अपनी शक्ति और बुद्धि से ब्रह्मा का सम्मान बढ़ाया।
- – महावीर ने लंका जलाकर रावण को घबराया और श्री राम-लक्ष्मण को माता का संदेश पहुँचाया, जिससे सीता के दुखों का अंत हुआ।
- – सम्पूर्ण सुन्दरकाण्ड पाठ करने से और सच्चे मन से महावीर की भक्ति करने से जीवन के संकट दूर होते हैं और सफलता मिलती है।

आज मंगलवार है,
महावीर का वार है,
ये सच्चा दरबार है,
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे,
उसका बेड़ा पार है।।
देखे – सम्पूर्ण सुंदारकाण्ड पाठ।
चैत्र सुदी पूनम मंगल का,
जनम वीर ने पाया है,
लाल लंगोट गदा हाथ में,
सर पर मुकुट सजाया है,
शंकर का अवतार है,
महावीर का वार है,
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे,
उसका बेड़ा पार है।।
ब्रह्मा जी के ब्रम्ह ज्ञान का,
बल भी तुमने पाया है,
राम काज शिव शंकर ने,
वानर का रूप धारिया है,
लीला अपरमपार है,
महावीर का वार है,
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे,
उसका बेड़ा पार है।।
बालापन में महावीर ने,
हरदम ध्यान लगाया है,
श्रम दिया ऋषिओं ने तुमको,
ब्रम्ह ध्यान लगाया है,
राम रामाधार है,
महावीर का वार है,
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे,
उसका बेड़ा पार है।।
राम जनम हुआ अयोध्या में,
कैसा नाच नचाया है,
कहा राम ने लक्ष्मण से ये,
वानर मन को भाया है,
राम चरण से प्यार है,
महावीर का वार है,
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे,
उसका बेड़ा पार है।।
पंचवटी से माता को जब,
रावण लेकर आया है,
लंका में जाकर तुमने,
माता का पता लगाया है,
अक्छाय को मार है,
महावीर का वार है,
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे,
उसका बेड़ा पार है।।
मेघनाथ ने ब्रह्पाश में,
तुमको आन फसाया है,
ब्रह्पाश में फस कर के,
ब्रम्हा का मान बढ़ाया है,
बजरंगी वाकी मार है,
महावीर का वार है,
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे,
उसका बेड़ा पार है।।
लंका जलायी आपने,
जब रावण भी घबराया है,
श्री राम लखन को आनकर,
माँ का सन्देश सुनाया है,
सीता शोक अपार है,
महावीर का वार है,
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे,
उसका बेड़ा पार है।।
आज मंगलवार है,
महावीर का वार है,
ये सच्चा दरबार है,
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे,
उसका बेड़ा पार है।।
