- – गीत में माँ अम्बे रानी के आगमन का उल्लास और उत्सव की भावना व्यक्त की गई है।
- – शहनाई की धुन और दियों की ज्योत से वातावरण को पावन और शुभ बनाया गया है।
- – नर-नारी सभी माँ के दर्शन के लिए उमड़ पड़े हैं, जिससे किस्मत जागने का संकेत मिलता है।
- – माँ की सवारी पीले शेरों पर और उनकी प्यारी सूरत का वर्णन किया गया है।
- – फूलों से मंडप सजाकर और आरती उतारकर माँ शेरावाली की पूजा की जा रही है।
- – गीत में मनीष तिवारी (इंदौर) के स्वर में माँ के आगमन की खुशी का संचार है।

बाजवी बजाओ बजाओ शहनाई,
आज मोरे अंगना में अम्बे रानी आई,
आज मोरे अंगना में अम्बे रानी आई।।
उमड़ पड़े देखन नर नारी,
जागेगी किस्मत आज हमारी,
जागेगी किस्मत आज हमारी,
सोने के दियला में ज्योत जलाई,
आज मोरे अंगना में अम्बे रानी आयी,
आज मोरे अंगना में अम्बे रानी आयी।।
पीले पीले शेरो पे माँ की सवारी,
मैया की सूरत लागे प्यारी प्यारी,
मैया की सूरत लागे प्यारी प्यारी,
मेहन्दी लगाई लाल चुनर ओढाई,
आज मोरे अंगना में अम्बे रानी आयी,
आज मोरे अंगना में अम्बे रानी आयी।।
खिले खिले फूलों से मंडप सजाओ,
मैया शेरावाली की ज्योत जगाओ,
मैया शेरावाली की ज्योत जगाओ,
दियला जलाये आरती उतारी,
आज मोरे अंगना में अम्बे रानी आयी,
आज मोरे अंगना में अम्बे रानी आयी।।
बाजवी बजाओ बजाओ शहनाई,
आज मोरे अंगना में अम्बे रानी आई,
आज मोरे अंगना में अम्बे रानी आई।।
स्वर – मनीष तिवारी (इंदौर)
