- – यह गीत मीरा बाई की भक्ति और प्रेम को दर्शाता है, जिसमें वे अपने मनमोहन (श्री कृष्ण) को बुला रही हैं।
- – गीत में मीरा की भक्ति, उनकी सच्ची प्रेम भावना और कृष्ण के प्रति उनकी आस्था का वर्णन है।
- – मीरा के जीवन में झूठे आरोपों और सामाजिक विरोध के बावजूद उनकी भक्ति अडिग रहती है।
- – दूध का कटोरा लेकर मीरा कृष्ण को बुलाती हैं, जो उनकी भक्ति और समर्पण का प्रतीक है।
- – कृष्ण की कृपा से मीरा की लाज बचती है और उनका भक्ति मार्ग मजबूत होता है।
- – यह गीत भक्ति संगीत की एक सुंदर अभिव्यक्ति है, जो प्रेम, समर्पण और ईश्वर के प्रति विश्वास को उजागर करता है।

आजा मनमोहन मीरा मेड़तनी बुलावे,
आजा मनमोहन मीरा मेड़तनी बुलावे,
मीरा बुलावे थाने, दासी बुलावे रे,
मीरा बुलावे थाने, दासी बुलावे रे,
दासी बुलावे रे,
आजा मनमोहन मीरा मेड़तनी बुलावे।।
बाबो सा और मायड़ म्हाने लाड़ लड़ायी,
राम जाने राणा संग क्यूँ म्हाने ब्याही,
बाबो सा और मायड़ म्हाने लाड़ लड़ायी,
राम जाने राणा संग क्यूँ म्हाने ब्याही,
दुनिया री प्रीत म्हाने डाए कोनी आवे रे,
दुनिया री प्रीत म्हाने डाए कोनी आवे रे,
डाए कोनी आवे,
आजा मनमोहन मीरा मेड़तनी बुलावे।।
पत्थर ने काई पूजो बोले यो राणा जी,
ठाकुर ने जिमाओ जद्द प्रीत साची माना जी,
पत्थर ने काई पूजो बोले यो राणा जी,
ठाकुर ने जिमाओ जाना प्रीत साची माना जी,
झूठी कपटनी कुल के दाग लगावे रे,
झूठी कपटनी कुल के दाग लगावे रे,
दाग लगावे रे,
आजा मनमोहन मीरा मेड़तनी बुलावे।।
दूध को कटोरो भर लाया मीरा बाई,
पियो म्हारा श्याम थाने मीरा री दुहाई,
दूध को कटोरो भर लाया मीरा बाई,
पियो म्हारा श्याम थाने मीरा री दुहाई,
प्रेम दीवानी मीरा श्याम रिझावे रे,
प्रेम दीवानी मीरा श्याम रिझावे रे,
श्याम रिझावे,
आजा मनमोहन मीरा मेड़तनी बुलावे।।
मीरा री पुकार सुन श्याम धणी आयो,
दूध को कटोरो भरयो सारो गटकायो,
मीरा री पुकार सुन श्याम धणी आयो,
दूध को कटोरो भरयो सारो गटकायो,
भोला भगता री ठाकुर लाज बचावे रे,
भोला भगता री ठाकुर लाज बचावे रे,
लाज बचावे रे,
आजा मनमोहन मीरा मेड़तनी बुलावे।।
आजा मनमोहन मीरा मेड़तनी बुलावे,
आजा मनमोहन मीरा मेड़तनी बुलावे,
मीरा बुलावे थाने, दासी बुलावे रे,
मीरा बुलावे थाने, दासी बुलावे रे,
दासी बुलावे रे,
आजा मनमोहन मीरा मेड़तनी बुलावे।।
