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- – यह कविता उदासी और दिल के दर्द को व्यक्त करती है, जिसमें जीवन की कठिनाइयों और ग़म सहने की बात कही गई है।
- – कवि ने बताया है कि जीवन में हँसना और मुस्कुराना मुश्किल होता है जब दिल में दर्द होता है।
- – चांदनी रात और बरसात जैसे सुखद अनुभव भी तब बुरे लगते हैं जब दिल उदास हो।
- – कवि अपने दिल की उदासी को साझा करने के लिए किसी से नज़दीक आने और नजर मिलाने की इच्छा व्यक्त करता है।
- – शराब और जाम जैसे माध्यमों से दिल की उदासी को कम करने की कोशिश की गई है, लेकिन असली राहत नज़दीकी और समझदारी में है।
- – कविता में समाज के उन लोगों की भी बात है जो दूसरों की पीड़ा को समझे बिना हँसते हैं, जिससे कवि का दिल और भी उदास हो जाता है।

आओ क़रीब आओ मेरा दिल उदास है,
श्लोक – गम सहकर के जीना जिंदगी में,
यहाँ बुजदिलो की कदर नहीं होती।
हँसना मुसीबत में जब बुरी है ठोकर,
जिंदगी बशर नहीं होती।।
चांदनी रात में बरसात बुरी लगती है,
दर्द अगर सीने में हो तो,
हर बात बुरी लगती है।।
आओ क़रीब आओ मेरा दिल उदास है,
मुझसे नज़र मिलाओ,
मेरा दिल उदास है।।
ये जाम ये सुराही,
मेरे काम की नहीं,
हाथों से तुम पिला दो,
मेरा दिल उदास है।।
आओ करीब आओ,
मेरा दिल उदास है,
मुझसे नज़र मिलाओ,
मेरा दिल उदास है।।
ये लोग हंस रहे है,
मेरा हाल जानकर,
दामन मेरा छुड़ालो,
मेरा दिल उदास है।।
आओ करीब आओ,
मेरा दिल उदास है,
मुझसे नज़र मिलाओ,
मेरा दिल उदास है।।
आओ क़रीब आओ मेरा दिल उदास है,
मुझसे नज़र मिलाओ,
मेरा दिल उदास है।।
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।
