- – यह भजन भगवान हनुमान की महिमा और उनकी शक्तियों का वर्णन करता है।
- – हनुमान जी को संकट मोचन, मंगल कर्ता और महाबलशाली बताया गया है।
- – भजन में हनुमान जी से चिंता हराने और दुख दूर करने की प्रार्थना की गई है।
- – हनुमान जी की आठों पहर रखवाली और शुद्ध मन से उनकी भक्ति करने की बात कही गई है।
- – जो हनुमान जी का सुमिरण करते हैं, वे भयमुक्त और सुरक्षित रहते हैं।
- – भजन में अंजनी पुत्र हनुमान जी को शंकर के पुत्र के रूप में सम्मानित किया गया है।
आये अंजनी रतन हम तो तेरी शरण,
हरो चिंता हमारी हे चिंता हरण।।
हनुमन्ता रणधीरा,
दुःख हर लो महावीरा।
मंगल कर्ता संकट मोचन,
तुम हो महाबलशाली,
मंगल कर्ता संकट मोचन,
तुम हो महाबलशाली,
दिन हिन् की तुम हो करते,
आठो पहर रखवाली,
शुद्ध मन की लगन करे तेरा मनन,
शुद्ध मन की लगन करे तेरा मनन,
हरो चिंता हमारी हे चिंता हरण।।
मंगल कर्ता संकट मोचन,
तुम हो महाबलशाली,
मंगल कर्ता संकट मोचन,
तुम हो महाबलशाली,
दिन हिन् की तुम हो करते,
आठो पहर रखवाली,
शुद्ध मन की लगन करे तेरा मनन,
शुद्ध मन की लगन करे तेरा मनन,
हरो चिंता हमारी हे चिंता हरण।।
हनुमन्ता रणधीरा,
दुःख हर लो महावीरा।
तुम बन जाते कवच हो जिनका,
वो ना किसी से डरते,
तुम बन जाते कवच हो जिनका,
वो ना किसी से डरते,
बाल भी बांका होये ना उनका,
जो तेरा सुमिरण करते,
हे शंकर सुवन तुम्हे लाखो नमन,
हरो चिंता हमारी हे चिंता हरण।।
हनुमन्ता रणधीरा,
दुःख हर लो महावीरा।
आये अंजनी रतन हम तो तेरी शरण,
हरो चिंता हमारी हे चिंता हरण।।
https://youtu.be/rmERDHTRdx0
