दिल से जयकारा बोलो,
संकट में कभी ना डोलो,
पकड़ेगा तेरा हाथ,
सांवरा बढ़ करके,
आएगा मेरा श्याम,
लीले चढ़ करके,
लीले चढ़ करके,
ओ लीले चढ़ करके,
आयेगा मेरा श्याम,
लीले चढ़ करके ॥मेरे श्याम का एक जयकारा,
कितनो को पार उतारा,
दिल से जब कोई पुकारा,
हारे का बना सहारा,
करता भक्तों की रखवाली,
अड़ कर के,
आयेगा मेरा श्याम,
लीले चढ़ करके ॥
कलयुग का देव निराला,
मेरा बाबा खाटू वाला,
है देव बड़ा दिलवाला,
खोले किस्मत का ताला,
तोड़ दे कड़की का,
ये ताला कड करके,
आयेगा मेरा श्याम,
लीले चढ़ करके ॥
चल बन जा श्याम दीवाना,
ये जाने प्रीत निभाना,
हीरे मोती से ना भरमाना,
दो भक्ति के फूल चढ़ाना,
कभी बुलाना ना तू,
‘रोमी’ अकड़ करके,
आयेगा मेरा श्याम,
लीले चढ़ करके ॥
दिल से जयकारा बोलो,
संकट में कभी ना डोलो,
पकड़ेगा तेरा हाथ,
सांवरा बढ़ करके,
आएगा मेरा श्याम,
लीले चढ़ करके,
लीले चढ़ करके,
ओ लीले चढ़ करके,
आयेगा मेरा श्याम,
लीले चढ़ करके ॥
आयेगा मेरा श्याम, लीले चढ़ करके – अर्थ एवं भावार्थ
यह भजन खाटू श्यामजी की अलौकिक शक्ति और भक्तों के प्रति उनकी अपार कृपा का विस्तृत वर्णन करता है। हर पंक्ति में न केवल भक्ति की अनुभूति होती है, बल्कि एक गहरा आध्यात्मिक संदेश भी निहित है। आइए, इन पंक्तियों को और गहराई से समझें और उनके दार्शनिक एवं भक्ति-प्रधान पक्षों का विवेचन करें।
दिल से जयकारा बोलो, संकट में कभी ना डोलो
- गहरा अर्थ:
- यह पंक्ति आध्यात्मिक अनुशासन और संकल्प शक्ति का प्रतीक है। “दिल से जयकारा बोलना” यानि मन, वचन और कर्म से ईश्वर का नाम लेना। यह केवल मौखिक उच्चारण नहीं, बल्कि पूर्ण विश्वास और समर्पण का भाव है।
- “संकट में कभी ना डोलो” यह दर्शाता है कि भक्तों को कठिन समय में भी मानसिक स्थिरता और ईश्वर में विश्वास बनाए रखना चाहिए। यह जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण का भी संदेश है।
पकड़ेगा तेरा हाथ, सांवरा बढ़ करके
- गहरा अर्थ:
- यह भावनात्मक और आध्यात्मिक आश्वासन का प्रतीक है। सांवरा (श्याम) का भक्त के पास आना, यह दर्शाता है कि भगवान केवल पुकार नहीं सुनते, वे भक्त के जीवन में सक्रिय रूप से हस्तक्षेप करते हैं।
- यह पंक्ति यह भी संकेत देती है कि श्यामजी मानव जीवन के पथ-प्रदर्शक हैं, जो हमें हमारी भूलों और समस्याओं से बचाने के लिए आगे आते हैं।
आयेगा मेरा श्याम, लीले चढ़ करके
- गहरा अर्थ:
- “लीले चढ़ करके” यहाँ प्रतीकात्मक है। नीला रंग ईश्वर की अनंतता, आकाश की विशालता, और समुद्र की गहराई का द्योतक है। यह भगवान की असीम कृपा और उनके सर्वव्यापी स्वरूप को दर्शाता है।
- “आयेगा” का अर्थ है, भगवान की उपस्थिति हमेशा होती है। यह भक्त की श्रद्धा और सच्चे प्रेम को उनकी उपस्थिति के लिए आवश्यक शर्त बताता है।
मेरे श्याम का एक जयकारा, कितनो को पार उतारा
- गहरा अर्थ:
- यह पंक्ति श्यामजी के भक्तों पर उनकी कृपा की महिमा का गुणगान करती है। “पार उतारा” केवल शारीरिक कष्टों का निवारण नहीं, बल्कि आध्यात्मिक मुक्ति का भी प्रतीक है।
- श्यामजी का नाम लेने से भक्त सांसारिक और आध्यात्मिक दोनों संकटों से पार पा सकते हैं। यह उनके नाम की शक्ति और प्रभाव को दर्शाता है।
दिल से जब कोई पुकारा, हारे का बना सहारा
- गहरा अर्थ:
- भगवान का “हारे का सहारा” बनना इस बात का प्रतीक है कि जब मानव हर ओर से असफल हो जाता है, तब ईश्वर उसकी आखिरी आशा बनते हैं।
- यह श्यामजी के दया और करुणा के गुणों को उजागर करता है। उनका प्रेम शर्तों से परे है और वे अपने भक्तों को उनकी त्रुटियों के बावजूद स्वीकार करते हैं।
करता भक्तों की रखवाली, अड़ कर के
- गहरा अर्थ:
- श्यामजी की “रखवाली” केवल बाहरी संकटों से नहीं, बल्कि आंतरिक कमजोरियों से भी होती है। यह दर्शाता है कि वे हमारे अहंकार, आलस्य, और अज्ञानता से हमें बचाते हैं।
- “अड़ कर के” उनकी दृढ़ता को इंगित करता है, जो यह सुनिश्चित करता है कि उनके भक्त किसी भी परिस्थिति में सुरक्षित रहें।
कलयुग का देव निराला, मेरा बाबा खाटू वाला
- गहरा अर्थ:
- खाटू श्याम को “कलयुग का देव” कहा गया है क्योंकि वे वर्तमान युग में भक्तों की समस्याओं का समाधान तुरंत और प्रभावी रूप से करते हैं। उनका प्रेम सशर्त नहीं, बल्कि असीम है।
- “निराला” दर्शाता है कि उनकी भक्ति किसी भी रूप-रंग या कर्मकांड पर आधारित नहीं, बल्कि केवल सच्चे हृदय से उन्हें याद करने पर आधारित है।
है देव बड़ा दिलवाला, खोले किस्मत का ताला
- गहरा अर्थ:
- “किस्मत का ताला खोलना” केवल भौतिक संपन्नता नहीं, बल्कि जीवन में आध्यात्मिक उन्नति का संकेत है। यह श्यामजी के उस गुण को दर्शाता है, जो जीवन में असंभव को संभव बना देता है।
- यह भी संदेश देता है कि सच्चे भक्त को भक्ति के द्वारा जीवन के हर पहलू में सफलता मिलती है।
तोड़ दे कड़की का, ये ताला कड करके
- गहरा अर्थ:
- “कड़की का ताला तोड़ना” यह केवल आर्थिक संकटों का समाधान नहीं है, बल्कि यह उन मानसिक और भावनात्मक अड़चनों का भी निवारण है, जो हमें जीवन में आगे बढ़ने से रोकती हैं।
- यह श्यामजी के भक्त के जीवन में संपूर्ण बदलाव लाने की क्षमता को इंगित करता है।
चल बन जा श्याम दीवाना, ये जाने प्रीत निभाना
- गहरा अर्थ:
- श्याम के दीवाने बनने का अर्थ है, उनके प्रेम में इतना डूब जाना कि सांसारिक मोह-माया से परे हो जाना।
- “प्रीत निभाना” का गहरा संदेश है कि भक्ति केवल दिखावा नहीं, बल्कि निरंतरता और समर्पण का प्रतीक है।
हीरे मोती से ना भरमाना, दो भक्ति के फूल चढ़ाना
- गहरा अर्थ:
- श्यामजी को हीरे-मोती नहीं चाहिए, वे सच्चे मन और भक्ति के प्रतीक रूप में फूल स्वीकार करते हैं। यह भक्ति में सादगी और स्वार्थहीनता को प्रमुखता देता है।
- यह भी बताता है कि भक्ति में बाहरी दिखावे का कोई स्थान नहीं है।
कभी बुलाना ना तू, ‘रोमी’ अकड़ करके
- गहरा अर्थ:
- यहाँ अहंकार को भक्ति का सबसे बड़ा शत्रु बताया गया है। यदि भक्त घमंड से भरा हो, तो उसकी प्रार्थना श्यामजी तक नहीं पहुँचती।
- “रोमी” का संदर्भ यह भी देता है कि भक्ति में नम्रता और दीनता अत्यंत आवश्यक है।
समापन
यह भजन केवल भक्ति का आह्वान नहीं, बल्कि जीवन के हर पहलू में श्याम बाबा के प्रति पूर्ण समर्पण और विश्वास को गहराई से समझाने का प्रयास है। यह हमें यह भी सिखाता है कि जीवन में श्यामजी के नाम का सच्चा सहारा ही हमारी समस्याओं का समाधान है।