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- – कविता में प्रेम की गहराई और उसके महत्व को दर्शाया गया है।
- – प्रेम के बिना जीवन की तमन्नाओं और खुशियों का अभाव बताया गया है।
- – प्रेम के कारण व्यक्ति में संघर्ष और उम्मीद दोनों का समावेश होता है।
- – प्रेम के बिना जीवन निराशाजनक और अधूरा लगता है।
- – प्रेम ही जीवन को अर्थ और रंग प्रदान करता है।

अगर प्यार तेरे से पाया ना होता,
तुझे श्याम अपना बनाया ना होता।।
ना होती तमन्ना हि, तेरे मिलन की,
अगर मेरे मन को तु, भाया ना होता,
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता।।
लबो पे तेरा ये, तरना ना होता,
अगर तीर दिल से, चलाया ना होता,
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता।।
ना फिरती मैं तेरे, लिए मारि मारि,
अगर तुने खुद ही, रुलाया ना होता,
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता।।
तो मै भी निराशा में, आशा ना रखती,
किसी के लिये गर तु, आया ना होता,
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता।।
ये बेदर्द दुनिया, मुझे कुछ तो कहती,
अगर तुने दिल से, बुलाया ना होता,
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता।।
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता,
तुझे श्याम अपना बनाया ना होता।।
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।
