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- – गीत में राधारमण सरकार की सुंदरता और आकर्षण का वर्णन किया गया है, जैसे उनकी आँखों का काजल और बादल जैसे केश।
- – उनके मधुर मुस्कान और मुरली बजाने की अदाएं दिल को भाती हैं और प्रेम की भावना जगाती हैं।
- – राधारमण सरकार की छवि को अत्यंत शोभायमान और मनमोहक बताया गया है।
- – गीत में प्रेम और भक्ति की भावना प्रकट होती है, जिसमें बार-बार उन्हें देखने और पाने की इच्छा व्यक्त की गई है।
- – गायिका देवी चित्रलेखा जी ने इस गीत को भावपूर्ण तरीके से प्रस्तुत किया है।

ये आँखों का काजल,
केश हो जैसे बादल,
देखूं इन्हे बार बार,
ऐसे है हमारे राधारमण सरकार,
ऐसे है हमारे राधारमन सरकार।bd।
देखे – है सबसे शोभा न्यारी।
बांकी अदाओं पे मैं वारि वारि,
मुखड़े को देख जाऊं बलिहारी,
जाऊं बलिहारी, जाऊं बलिहारी,
मधुर मुस्काना और,
मुरली बजाना,
लुटे ये दिल का करार,
ऐसे है हमारे राधारमन सरकार।bd।
ये अधरों पे मुरली धारे हुए है,
मेरे मन को भाए हुए है,
भाए हुए है, भाए हुए है,
दिन रेन मैं आऊं,
और तुमको ही पाऊं,
कीजिये ‘श्याम’ पे उपकार,
ऐसे है हमारे राधारमन सरकार।bd।
ये आँखों का काजल,
केश हो जैसे बादल,
देखूं इन्हे बार बार,
ऐसे है हमारे राधारमण सरकार,
ऐसे है हमारे राधारमन सरकार।bd।
Singer – Devi Chitralekha Ji
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।
