- – यह गीत “अम्लिडो” नामक भक्ति गीत है, जिसमें बाबो अम्लिडो की महिमा का वर्णन किया गया है।
- – गीत में बाबो अम्लिडो को भक्तों का प्यारा और राम के रुणिचे वाला बताया गया है।
- – बाबो अम्लिडो के भक्त गांजा पीते हैं, नाग को गले लगाते हैं और मावा मिठाई का भोग लगाते हैं।
- – बाबो अम्लिडो के हाथ में भालो सोता है और वह घुड़सवार होकर दौड़ता है।
- – बाबो अम्लिडो भक्तों के कष्ट मिटाते हैं और रानी बाबा के साथ गाते हैं।
- – यह गीत भक्ति और श्रद्धा से भरा हुआ है, जो बाबो अम्लिडो की महिमा का गुणगान करता है।
अमलीड़ो अम्लिडो अम्लिडो अम्लिडो
बाबो अम्लिडो बाबो अमलीड़ो,
भक्ता ने लागे बालो,
भक्ता ने लागे प्यारो,
म्हारो राम रुणिचे वालो,
बाबो भोलो अमलीड़ो,
अम्लिडो अम्लिडो।।
अम्लिडो अम्लिडो अम्लिडो अम्लिडो,
भोलो अम्लिडो भोलो अम्लिडो
गांजा की चिलमा पीवे,
और नाग गले लिपटावे,
म्हारो बाबो भोलो अम्लिडो,
अम्लिडो अम्लिडो।।
अम्लिडो अम्लिडो अम्लिडो अम्लिडो,
भोलो अम्लिडो भोलो अम्लिडो
मावा मिठाई खावे,
नारेल्या रा भोग लगावे,
म्हारो बाबो भोलो अम्लिडो,
अम्लिडो अम्लिडो।।
अम्लिडो अम्लिडो अम्लिडो अम्लिडो,
भोलो अम्लिडो भोलो अम्लिडो
हाथा में भालो सोवे,
घुड़ले पे दौडयो आवे,
म्हारो बाबो भोलो अम्लिडो,
अम्लिडो अम्लिडो।।
अम्लिडो अम्लिडो अम्लिडो अम्लिडो,
भोलो अम्लिडो भोलो अम्लिडो
भक्ता रा कष्ट मिटावे
रानी बाबा ने गावे,
‘तेज़ी’ और ‘भाटी’ अम्लिडो,
म्हारो बाबो भोलो अम्लिडो,
अम्लिडो अम्लिडो।।
अम्लिडो अम्लिडो अम्लिडो अम्लिडो
बाबो अम्लिडो बाबो अम्लिडो,
भक्ता ने लागे बालो,
भक्ता ने लागे प्यारो,
म्हारो राम रुणिचे वालो,
बाबो भोलो अम्लिडो,
अम्लिडो अम्लिडो।।