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- – यह गीत भक्ति और आस्था की भावना को दर्शाता है, जिसमें “अंजनी रा लाल” (हनुमान जी) की भक्ति का वर्णन है।
- – गीत में भक्त अपने संकट और दुखों के समाधान के लिए हनुमान जी से सहायता मांगते हैं।
- – बार-बार “अंजनी रा लाल थाने आनो पड़सी” का दोहराव भक्तों की श्रद्धा और विश्वास को प्रकट करता है।
- – गीत में हनुमान जी को दयालु, कृपालु और संकट मोचन के रूप में पूजा जाता है।
- – यह गीत भक्ति संगीत के माध्यम से मन की शांति और विश्वास बढ़ाने का प्रयास करता है।

भक्ता रो कॉल निभानो पड़सी,
अंजनी रा लाल थाने आणो पड़सी,
अंजनी रा लाल थाने आणो पड़सी।।
कदस्यु बुलाऊँ बाबा,
कईया क्यों नी आओ रे,
बिगड़ी थे म्हरी बाबा,
आज बनाओ रे,
थे ना सुनो तो म्हारी,
कुंण सुणसी,
अंजनी रा लाल थाने आनो पड़सी,
अंजनी रा लाल थाने आणो पड़सी।।
बेगा सा थे आओ बाबा,
कर लो सुनाई रे,
धीर छूट्यो जावे बाबा,
होवे ना समाई रे,
दुखियारो काम,
बनाया सरसी रे,
अंजनी रा लाल थाने आनो पड़सी,
अंजनी रा लाल थाने आणो पड़सी।।
भगत दयालु बाबा,
निजरा उठाओ रे,
हाथ दया का बाबा,
सिर पे फिराओ रे,
थे ना सुनो तो म्हारी,
कुंण सुणसी,
अंजनी रा लाल थाने आनो पड़सी,
अंजनी रा लाल थाने आणो पड़सी।।
भक्ता रो कॉल निभानो पड़सी,
अंजनी रा लाल थाने आणो पड़सी,
अंजनी रा लाल थाने आणो पड़सी।।
Singer – Yudhishtir Suryavanshi
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।
