- – यह गीत ईश्वर की कृपा और आशीर्वाद के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता है।
- – गीत में जीवन की कठिनाइयों, दुखों और संघर्षों का वर्णन है, जिनसे ईश्वर की कृपा से उबरने की बात कही गई है।
- – कवि ने अपनी उदास और अंधेरी जिंदगी में ईश्वर की कृपा से उजाला और सुख पाने की अनुभूति साझा की है।
- – गीत में संकटों के बाद भी आशा और विश्वास बनाए रखने का संदेश है, जिसमें ईश्वर ने कमल की तरह जीवन में खुशहाली लाई है।
- – श्याम जी द्वारा लिखित और बालकिशन जी बंटी द्वारा गाया गया यह भजन भक्ति और श्रद्धा की भावना को प्रकट करता है।

अपना मुझे बनाया,
किरपा है ये तुम्हारी,
मेरे रंजो गम मिटाया,
किरपा है ये तुम्हारी,
अपना मुझें बनाया,
किरपा है ये तुम्हारी।।
तर्ज – मेरा आपकी कृपा से।
फूलों की ख्वाहिशों में,
काँटों पे चल रहा था,
उजड़ा चमन बसाया,
किरपा है ये तुम्हारी,
अपना मुझें बनाया,
किरपा है ये तुम्हारी।।
अंधियारी तंग गलियां,
मेरी थी जिंदगानी,
बुझता दीया जलाया,
किरपा है ये तुम्हारी,
अपना मुझें बनाया,
किरपा है ये तुम्हारी।।
संकट के बादलों में,
फसता ही जा रहा था,
उसपे कमल खिलाया,
किरपा है ये तुम्हारी,
अपना मुझें बनाया,
किरपा है ये तुम्हारी।।
करी ‘श्याम’ ने भी कोशिश,
बाजी ना जित पाया,
हारे को है जिताया,
Bhajan Diary,
किरपा है ये तुम्हारी,
अपना मुझें बनाया,
किरपा है ये तुम्हारी।।
अपना मुझे बनाया,
किरपा है ये तुम्हारी,
मेरे रंजो गम मिटाया,
किरपा है ये तुम्हारी,
अपना मुझें बनाया,
किरपा है ये तुम्हारी।।
Singer – Balkishan Ji Bunty
Lyrics – Shyam Agarwal Ji
