- – यह भजन बालाजी की महिमा और भक्ति को समर्पित है, जिसमें उनकी शक्ति और दिव्यता का वर्णन किया गया है।
- – बालाजी को राम सेनानी और तीन लोकों में प्रसिद्ध बताया गया है, जिनके हाथ में शक्ति का गदा विराजमान है।
- – भजन में बालाजी की जपता माला और उनकी ज्योति को नूरानी बताया गया है, जो भूत-प्रेतों से रक्षा करती है।
- – कप्तान शर्मा और गुरु राम सिंह के माध्यम से बालाजी की महानता और ज्ञान का उल्लेख किया गया है।
- – भजन का स्वर नरेंद्र कौशिक ने दिया है और इसे राकेश कुमार द्वारा प्रस्तुत किया गया है।

बालाजी तेरी दुनिया दीवानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण।।
तीन लोक में डंका बाज,
तीन लोक में डंका बाज,
हाथ में शक्ति गदा विराजै,
बालाजी तुम राम सेनानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण,
बालाजी तेरी दुनिया दिवानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण।।
तीन पहाड़ प तुं घाटे आला,
तीन पहाड़ प तुं घाटे आला,
राम नाम की जपता माला,
बालाजी तेरी या हे निशानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण,
बालाजी तेरी दुनिया दिवानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण।।
धज्जा तेरी शिखर में लहराव,
धज्जा तेरी शिखर में लहराव,
भुत प्रेत कोई नजर ना आवः,
बालाजी तेरी जोत नुराणी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण,
बालाजी तेरी दुनिया दिवानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण।।
कप्तान शर्मा तेरा दीवाना,
कप्तान शर्मा तेरा दीवाना,
गुरु राम सिंह ने जाणः जमाना,
बालाजी इसा बणा दिया ग्यानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण,
बालाजी तेरी दुनिया दीवानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण।।
बालाजी तेरी दुनिया दीवानी हो,
हो मन्नै इब पटी स जाण।।
स्वर – नरेंद्र कौशिक।
भजन प्रेषक,
राकेश कुमार
9992976579
