- – भजन में बाला जी (हनुमान जी) की भक्ति और उनकी ज्योत जगाने की बात की गई है।
- – भक्ति के माध्यम से जीवन की ठोकरों और कठिनाइयों को पार करने का संदेश दिया गया है।
- – चालीसा पढ़ने और हनुमान जी के दरबार में उनकी भक्ति करने का महत्व बताया गया है।
- – भजन में गुरु और भक्ति की महत्ता को भी उजागर किया गया है।
- – गायक सोनू कौशिक द्वारा यह भजन प्रस्तुत किया गया है, जिसे राकेश कुमार जी ने प्रेषित किया है।
बाला जी तेरी जोत जगाई ओ,
दुनिया में ठोकर खाके।।
जब तक ना पढ़ लू चालीसा,
आता ना मेरे बाबा जी सा,
तेरे त मने प्रीत लगाई हो,
ओ दुनिया में ठोकर खाके,
बाला जी तेरी ज्योत जगाई ओ,
दुनिया में ठोकर खाके।।
घूम देखली दुनिया सारी,
तु ही मन बस गया बल कारी,
सुनी तेरी घणी बढ़ाई ओ,
ओ दुनिया में ठोकर खाके,
बाला जी तेरी ज्योत जगाई ओ,
दुनिया में ठोकर खाके।।
छोटा सा हो दरबार सजाया,
उस में हनुमत मने बिठाया,
मने तेरी सुरति लाई हो,
ओ दुनिया में ठोकर खाके,
बाला जी तेरी ज्योत जगाई ओ,
दुनिया में ठोकर खाके।।
मेरा गुरु सोना तेरा हो दीवाना,
परख लिया मने सारा ज़माना,
मने तेरी भक्ति भाई हो,
ओ दुनिया में ठोकर खाके,
बाला जी तेरी ज्योत जगाई ओ,
दुनिया में ठोकर खाके।।
बाला जी तेरी जोत जगाई ओ,
दुनिया में ठोकर खाके।।
गायक – सोनू कौशिक।
भजन प्रेषक – राकेश कुमार जी,
खरक जाटान(रोहतक)
( 9992976579 )