- – यह भजन भगवान शिव की महिमा और उनकी दिव्यता का वर्णन करता है, जिसमें उनकी जटाओं में गंगा और माथे पर चंद्रमा का वर्णन है।
- – भक्त कांवड़ लेकर पैदल शिव की पूजा करते हैं और “बम बम भोले” का जाप करते हुए शिव की भक्ति में लीन होते हैं।
- – शिव की दया से सभी विपदाएं दूर हो जाती हैं और भक्तों को शांति एवं सुरक्षा मिलती है।
- – भक्ति में धन-दौलत की अपेक्षा नहीं होती, केवल शिव की भक्ति ही सबसे बड़ा वरदान है।
- – यह भजन शिव के प्रति श्रद्धा, भक्ति और उनके दर्शन से मिलने वाले सुख-शांति का संदेश देता है।
- – गीत में शिव को “भोले त्रिपुरारी” के रूप में पुकारा गया है, जो उनकी सरलता और त्रिपुरासुर वध की महिमा को दर्शाता है।

बम बम भोले त्रिपुरारी,
तेरी महिमा बड़ी निराली,
तेरी जटा में गंग विराजे,
माथे पर चंदा साजे,
तेरी सूरत प्यारी,
भक्तो के मन भाती है,
शिव दर्शन से सारी,
विपदा कट जाती है,
बम बम भोले त्रिपुरारी।।
तर्ज – तेरी आंख्या को यो काजल।
काँधे पे लेके कांवड़,
जो भक्त है पैदल आते,
बोल बम बोल बम जपते है,
है शिव को भजन सुनाते,
है भांग धतूरा बाबा,
तुझको है भोग लगाते,
गंगा जल की गागरिया,
भोले तुझपे है चढ़ाते,
शिव की नगरी भक्तो,
के मन को भाती है,
शिव दर्शन से सारी,
विपदा कट जाती है,
बम बम भोले त्रिपुरारी।।
श्रष्टि के सिरजन हारे,
ये दुनिया तुझको ध्याति,
तेरी दया से हम भक्तो की,
सारी विपदा काट जाती,
हे भूत नाथ वरदानी,
तू तो है अंतर्यामी,
जो शरण तिहारी आया,
उसे अपने गले लगाया,
ये सारी दुनिया भोले,
के गुण गाती है,
शिव दर्शन से सारी,
विपदा कट जाती है,
बम बम भोले त्रिपुरारी।।
तू देव बड़ा ही न्यारा,
चरणों में नमन हमारा,
‘नैना’ को दे दो भोले,
चरणों में अपने सहारा,
ना मांगू हिरे मोती,
मिल जाए थोड़ी भक्ति,
धन दौलत को है छोड़ा,
बस तेरी भक्ति कबूली,
हमने चौखट पे,
अपनी झोली फैला दी है,
शिव दर्शन से सारी,
विपदा कट जाती है,
बम बम भोले त्रिपुरारी।।
बम बम भोले त्रिपुरारी,
तेरी महिमा बड़ी निराली,
तेरी जटा में गंग विराजे,
माथे पर चंदा साजे,
तेरी सूरत प्यारी,
भक्तो के मन भाती है,
शिव दर्शन से सारी,
विपदा कट जाती है,
बम बम भोले त्रिपुरारी।।
Singer – Ganesh Chaurasia
