- – यह गीत प्रभु श्री कृष्ण (सांवरिया सरकार) की भक्ति में लिखा गया है, जिसमें भक्त उनसे आशीर्वाद और वरदान मांगता है।
- – गीत में भक्त अपने मन को प्रभु के मंदिर के समान बनाने और हमेशा उनका स्मरण करने की इच्छा व्यक्त करता है।
- – भक्त प्रभु से लोभ, मोह, अभिमान से मुक्ति और धैर्य की प्रार्थना करता है ताकि वह कभी भटक न जाए।
- – गीत में खाटू धाम और मोरबी मैया के लाल (प्रभु) का विशेष उल्लेख है, जो भक्त की आस्था का केंद्र हैं।
- – यह भजन श्रद्धा और समर्पण की भावना से भरा हुआ है, जिसमें प्रभु से जीवन में सही मार्गदर्शन और सुरक्षा की कामना की गई है।

बसो हमारे मन मंदिर में,
सांवरिया सरकार,
प्रभु मुझे ऐसा वर दो,
प्रभु मुझे ऐसा वर दो,
थाम लो मेरी बाह मुरारी,
आन खड़ी तेरे द्वार,
प्रभु मुझे ऐसा वर दो,
प्रभु मुझे ऐसा वर दो।।
तर्ज – मिलों ना तुम तो हम घबराए।
आप संभालो चाबी,
अब तो हमारे घर द्वार की,
हमको बनालो दासी,
खाटू के दरबार की,
हर पल हो तेरा ही सुमिरन,
सुबह ना देखूं शाम,
प्रभु मुझे ऐसा वर दो,
प्रभु मुझे ऐसा वर दो।।
फंद छुड़ा दो मेरा,
लोभ मोह अभिमान से,
धैर्य हमें दो इतना,
भटकु कभी ना श्याम नाम से,
सहन करूं मैं जब तक तन में,
रहे हमारी जान,
प्रभु मुझे ऐसा वर दो,
प्रभु मुझे ऐसा वर दो।।
याद रहे ना हमको,
कोई सिवाय खाटू धाम के,
आज यहीं से मांगू,
मोरबी मैया तेरे लाल से,
रोम रोम से निकले मेरे,
सांवरिया का नाम,
प्रभु मुझे ऐसा वर दो,
प्रभु मुझे ऐसा वर दो।।
बसो हमारे मन मंदिर में,
सांवरिया सरकार,
प्रभु मुझे ऐसा वर दो,
प्रभु मुझे ऐसा वर दो,
थाम लो मेरी बाह मुरारी,
आन खड़ी तेरे द्वार,
प्रभु मुझे ऐसा वर दो,
प्रभु मुझे ऐसा वर दो।।
Singer – Sadhvi Bharti Chauhan
