मुख्य बिंदु
- – यह गीत माँ के प्रति गहरे प्रेम और भक्ति को दर्शाता है, जिसमें माँ को सहारा और जीवन का आधार बताया गया है।
- – गीत में माँ को “शेरांवाली”, “जोतांवाली” और “मेहरांवाली” जैसे सम्मानजनक नामों से पुकारा गया है।
- – भक्त माँ से दर्शन और आशीर्वाद की प्रार्थना करता है, जिससे उसके जीवन में उजाला और सुख आए।
- – माँ की पूजा और भक्ति को मन से करने का महत्व बताया गया है, जिससे मन की शांति और शक्ति मिलती है।
- – गीत में “जय माता दी” का जाप प्रेम और श्रद्धा के साथ बार-बार किया गया है, जो माँ की महिमा का बखान करता है।
- – माँ को कष्ट हरने वाली और जीवन की कठिनाइयों को पार लगाने वाली शक्ति के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
भजन के बोल
आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा ।
दिल ने पुकारा तू है मेरा सहारा माँ ॥
शेरांवाली, जोतांवाली, मेहरांवाली माँ ।
आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा ॥
प्रेम से बोलो, जय माता दी ।
सारे बोलो, जय माता दी ।
मिल के बोलो, जय माता दी ।
फिर से बोलो, जय माता दी ।
मैंने मन से तेरी पूजा की है सांझ सवेरे ।
मुझ को दर्शन दे के मैया, भाग जगा दे मेरे ।
मैंने मन से तेरी पूजा की है सांझ सवेरे ।
मुझ को दर्शन दे के मैया, भाग जगा दे मेरे ।
मैया मैया बोले मेरा, मन एक तारा माँ ॥
॥ आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा…॥
तूने ही पाला है मुझको, तू ही मुझे संभाले ।
तूने ही मेरे जीवन मे, पल पल किये उजाले ।
तूने ही पाला है मुझको, तू ही मुझे संभाले ।
तूने ही मेरे जीवन मे, पल पल किये उजाले ।
चरणों मे तेरे मैंने, तन मन वारा माँ ॥
॥ आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा…॥
मान ले मेरी विनती मैया, एक झलक दिखला दे ।
रूप की शीतल किरणों से नयनो के द्वार सजा दे ।
मान ले मेरी विनती मैया, एक झलक दिखला दे ।
रूप की शीतल किरणों से नयनो के द्वार सजा दे ।
नो को रूप तेरा लगता है प्यारा माँ ॥
॥ आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा…॥
जय माता दी, जय माता दी ।
कष्ट निवारे, शेरों वाली ।
पार लगादे, शेरों वाली ।
है दुःख हरनी, शेरों वाली ।
बिगड़ी बना दे, शेरों वाली ।
प्रेम से बोलो, जय माता दी ।
सारे बोलो, जय माता दी ।
जोर से बोलो, जय माता दी ।