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मुख्य बिंदु
- – राम ही आदि और अंत हैं, उनके बिना सब कुछ व्यर्थ है।
- – राम के बिना संसार भ्रम और अज्ञान से भरा है।
- – राम की वाणी में शुद्धि और सच्चाई है, जो भटकाव से मुक्त करती है।
- – राम के बिना सभी सुख दुखदायी और बंधनकारी हैं।
- – राम के बिना देवता भी दुखी हैं, केवल राम ही सुख का स्रोत हैं।
- – गुरु के मुख से राम का ज्ञान प्राप्त होता है, जो हरि के बिना दुखी और राम के साथ सुखी बनाता है।
भजन के बोल
आदि अंत मेरा है राम,
उन बिन और सकल बेकाम ॥
कहा करूं तेरा बेद पुराना,
जिन है सकल जगत भरमाना ॥
कहा करूं तेरी अनुभै बानी,
जिनमें तेरी सुद्धि भुलानी ॥
कहा करूं ये मान बड़ाई,
राम बिना सबही दुखदाई ॥
कहा करूं तेरा सांख व जोग,
राम बिना सब बंधन रोग ॥
कहा करूं दंद्रिन का सुक्ख,
राम बिना देवा सब दुक्ख ॥
दरिया कहै राम गुरू मुखिया,
हरि बिनु दुखी राम सँग सुखिया ॥
भजन वीडियो
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।