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मुख्य बिंदु
- – होली के रंग और उत्सव का आनंद लेने के लिए सावरिया (श्याम) के आने का आमंत्रण है।
- – ग्वालों और गोपियों की टोली के साथ राधा जैसी सुंदर सखियां भी होली खेलने आई हैं।
- – ढोल नगाड़े और मुरली की धुन पर रास रचाकर होली का माहौल रंगीन और आनंदमय बनाया जाएगा।
- – गुलाल और पिचकारी से होली खेलते हुए एक-दूसरे के साथ मस्ती और प्रेम का प्रदर्शन होगा।
- – श्याम के बिना जीवन सूना लगता है, इसलिए भक्तों के साथ मिलकर नाच-गाना कर होली मनाई जाएगी।
भजन के बोल
धूम मचाने आ जइयो आई होली सावरिया,
होली सावरिया आई होली सावरिया,
खेले सावरिया होली खेले सावरिया,
आके रंग जमा जइयो आई होली सावरिया ॥
ग्वालो की टोली संग गोपिया बुलाई है,
राधा जैसी गोरी गोरी सखियां भी आई है,
सामने तो छलिया तू आके दिखा,
आई होली सावरिया ॥
ढोल नगाड़ा और चंग बजायेंगे,
मुरली की धुन पर रास रचायेंगे,
ताल से ताल मिला ले जरा,
आई होली सावरिया ॥
मलेंगे गुलाल तेरे मारे पिचकारी,
आज न चलेगी कोई चाल तुम्हारी,
इतनी अकड़ न तो हमको दिखा,
आई होली सावरिया ॥
तेरे बिना श्याम सुनी सुनी लागे,
मोहन कौशिक और हरीश गुण गाके,
भक्तो के संग जरा नच के दिखा,
आई होली सावरिया ॥
भजन वीडियो
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।