मुख्य बिंदु
- – यह गीत श्री कृष्ण की भक्ति और उनके आगमन की मंगलकामना करता है।
- – गीत में मदन गोपाल (श्री कृष्ण) के साथ राधा, ग्वालों और गोपियों के आने का आग्रह किया गया है।
- – कीर्तन के माध्यम से कृष्ण के साथ माखन खाना, रास रचाना और धूम मचाने की बात कही गई है।
- – यह गीत घर में कीर्तन के आयोजन और भक्ति के माहौल को दर्शाता है।
- – बार-बार “आना मदन गोपाल, हमारे घर कीर्तन में” का दोहराव भक्ति की गहराई और उत्साह को बढ़ाता है।
भजन के बोल
आना मदन गोपाल,
हमारे घर कीर्तन में,
आना सुन्दर श्याम,
हमारे घर कीर्तन में,
कीर्तन में श्याम कीर्तन में,
कीर्तन में श्याम कीर्तन में,
आना मदन गोंपाल,
हमारे घर कीर्तन में ॥
आप भी आना संग ग्वालों को लाना,
आप भी आना संग ग्वालों को लाना,
मिलकर माखन खाना,
हमारे घर कीर्तन में,
आना मदन गोंपाल,
हमारे घर कीर्तन में ॥
आप भी आना संग राधा जी को लाना,
आप भी आना संग राधा जी को लाना,
मिलकर रास रचाना,
हमारे घर कीर्तन में,
आना मदन गोंपाल,
हमारे घर कीर्तन में ॥
आप भी आना संग गोपियों को लाना,
आप भी आना संग गोपियों को लाना,
मिलकर धूम मचाना,
हमारे घर कीर्तन में,
आना मदन गोंपाल,
हमारे घर कीर्तन में ॥
आना मदन गोपाल,
हमारे घर कीर्तन में,
आना सुन्दर श्याम,
हमारे घर कीर्तन में,
कीर्तन में श्याम कीर्तन में,
कीर्तन में श्याम कीर्तन में,
आना मदन गोंपाल,
हमारे घर कीर्तन में ॥