मुख्य बिंदु
- – यह भजन भगवान गणेश (गजानन) की स्तुति में रचा गया है, जो भक्तों का मान बढ़ाने और उनकी मनोकामनाएं पूरी करने वाले हैं।
- – भजन में गणपति को भोले शंकर और गौरा मैया का पुत्र बताया गया है, जो सभी देवताओं से श्रेष्ठ हैं।
- – “ॐ गण गणपतये नमो नमः” और “गणपती बप्पा मोरया” जैसे मंत्रों का उच्चारण भक्तों की श्रद्धा और भक्ति को दर्शाता है।
- – भजन में रिद्धि-सिद्धि (समृद्धि और सफलता) की प्राप्ति के लिए गणेश जी की कृपा का आह्वान किया गया है।
- – यह भजन गणेश जी के आने की प्रतीक्षा और उनकी उपस्थिति में कीर्तन करने की प्रेरणा देता है, जिससे भक्तों का आत्मविश्वास और सम्मान बढ़ता है।
भजन के बोल
आओ आओ गजानन आओ,
आके भक्तों का मान बढ़ाओ ॥
आओ आओ गजानन आओ,
आके भक्तों का मान बढ़ाओ ॥
ॐ गण गणपतये नमो नमः,
श्री सिद्धिविनायक नमो नमः,
अष्टविनायक नमो नमः,
गणपती बप्पा मोरया ॥
भोले शंकर के पुत्र गजानन,
गौरा मैया के पुत्र गजानन,
आके भक्तों के मन को भाओ,
आके भक्तों का मान बढ़ाओ ॥
आओ आओ गजानन आओ,
आके भक्तों का मान बढ़ाओ।।
ॐ गण गणपतये नमो नमः,
श्री सिद्धिविनायक नमो नमः,
अष्टविनायक नमो नमः,
गणपती बप्पा मोरया ॥
रिद्धि सिद्धि को संग में लाना,
गौरा मैया को भूल ना जाना,
आने में देर ना लगाओ,
आके भक्तों का मान बढ़ाओ ॥
आओ आओ गजा नन आओ,
आके भक्तों का मान बढ़ाओ।।
ॐ गण गणपतये नमो नमः,
श्री सिद्धिविनायक नमो नमः,
अष्टविनायक नमो नमः,
गणपती बप्पा मोरया ॥
हम सबके प्यारे गजानन,
सब देवों से न्यारे गजानन,
आके कीर्तन में रस बरसाओ,
आके भक्तों का मान बढ़ाओ ॥
आओ आओ गजानन आओ,
आके भक्तों का मान बढ़ाओ ॥
ॐ गण गणपतये नमो नमः,
श्री सिद्धिविनायक नमो नमः,
अष्टविनायक नमो नमः,
गणपती बप्पा मोरया ॥