मुख्य बिंदु
- – राम नाम का जाप त्रैलोक्य में अत्यंत पूजनीय और शुभ माना गया है।
- – सीताराम के जाप से पापों का नाश होता है और लौकिक तथा पारलौकिक त्रिविध ताप दूर होते हैं।
- – जानकी (सीता) और जगदंबा के संग राम नाम का शुभारंभ करना चाहिए।
- – राम को ईश्वर, महाराजा और दीनबंधु के रूप में सम्मानित किया गया है जो पतितों की रक्षा करते हैं।
- – काम, क्रोध, मद, लोभ और दंभ जैसे दोषों को त्याग कर राम नाम का शुभारंभ करना चाहिए।
- – रघुकुल के राजदूलार और कोमल पदगामी राम का जाप जीवन में कठिनाइयों को दूर करता है।
भजन के बोल
आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए,
त्रैलोक्य पूज्य है राम नाम, शुभारंभ कीजिए,
आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए,
त्रैलोक्य पूज्य है राम नाम, शुभारंभ कीजिए,
सीताराम के जाप से, पाप पूंज हो नष्ट जी
सीताराम के जाप से, पाप पूंज हो नष्ट जी
लौकिक पारलौकिक त्रिबिध ताप हो नष्ट जी
आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए,
आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए,
संग जानकी जगदंब, शुभारंभ कीजिए,
आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए
त्रैलोक्य पूज्य है रामनाम शुभारंभ कीजिए,
ईसन के हैं ईस, महाराजा राजधिराज जी
ईसन के हैं ईस, महाराजा राजधिराज जी
दीनबंधु वो कृपासिंधु पतितों का रखते लाज जी
आरंभ कीजिए प्रारंभ कीजिए
तजि काम क्रोध मद लोभ दंभ शूभारंभ कीजिए
आरंभ कीजिए प्रारंभ कीजिए
त्रैलोक्य पूज्य है रामनाम शुभारंभ कीजिए
कोटि मनोज लजावनिहारे रघुकूल राजदूलारे
कठिनभुमि कोमल पदगामी राजीव लोचनप्यारे
आरंभ कीजिए प्रारंभ कीजिए
शिकारीनाथ अवलंब किए शुभारंभ कीजिए
आरंभ कीजिए प्रारंभ कीजिए
त्रैलोक्य पूज्य है रामनाम शुभारंभ कीजिए