मुख्य बिंदु
- – सावन के महीने में हरियाली तीज का त्योहार आता है, जो प्रकृति की सुंदरता और खुशहाली का प्रतीक है।
- – सावन के मौसम में घने बादल उमड़ते हैं और रिमझिम बारिश होती है, जिससे वातावरण खुशहाल हो जाता है।
- – पक्षियों जैसे कोकिल, चातक, मोर, बुलबुल, जुगनू और तितलियाँ इस मौसम में गाती और नाचती हैं।
- – वन-वन में फूल खिलते हैं और राधा-माधव के झूले सजाए जाते हैं, जो त्योहार की भव्यता को दर्शाते हैं।
- – सावन के झूले का दर्शन करना और मधुप युगल के हरि गायन का आनंद लेना इस त्योहार की खास परंपरा है।
- – यह त्योहार प्रकृति की हरियाली, प्रेम और सौंदर्य का उत्सव है, जो लोगों में उल्लास और उमंग भर देता है।

भजन के बोल
आया हरियाली तीज का त्यौहार,
महीना सावन का,
बाँध घुंघरू नाचे बहार,
महीना सावन का,
आया हरियाली तीज का त्योहार,
महीना सावन का ॥
उमड़ घुमड़ घनघोर घटाएं,
रिमझिम बुँदे रस बरसाए,
गावे मेघा मेघ मल्हार,
महीना सावन का,
आया हरियाली तीज का त्योहार,
महीना सावन का ॥
कोकिल चातक मोर चकोरे,
बुलबुल जुगनू तितलियाँ भोरें,
नाचे झूमे करे गुंजार,
महीना सावन का,
आया हरियाली तीज का त्योहार,
महीना सावन का ॥
वन वन में फुलवारी फुले,
राधा माधव झूला झूले,
फूलों कलियों का श्रृंगार,
महीना सावन का,
आया हरियाली तीज का त्योहार,
महीना सावन का ॥
सावन झूला दर्शन कीजे,
मधुप युगल हरि गायन कीजे,
जय बोलो युगल सरकार,
महीना सावन का,
आया हरियाली तीज का त्योहार,
महीना सावन का ॥
आया हरियाली तीज का त्यौहार,
महीना सावन का,
बाँध घुंघरू नाचे बहार,
महीना सावन का,
आया हरियाली तीज का त्योहार,
महीना सावन का ॥
