मुख्य बिंदु
- – यह भजन भगवान हनुमान की महिमा का वर्णन करता है, जो संकट हरने वाले और महाबली हैं।
- – हनुमान को मंगल कर्ता और संकट मोचन कहा गया है, जो दिन-रात भक्तों की रक्षा करते हैं।
- – शुद्ध मन से हनुमान का स्मरण करने वाले भक्तों को वे कवच की तरह सुरक्षा प्रदान करते हैं।
- – हनुमान को रणधीर और महावीरा के रूप में पूजा जाता है, जो दुखों को दूर करते हैं।
- – भजन में हनुमान से चिंता हराने और शरण में लेने की प्रार्थना की गई है।

भजन के बोल
आये अंजनी रतन हम तो तेरी शरण,
हरो चिंता हमारी हे चिंता हरण ॥
हनुमन्ता रणधीरा,
दुःख हर लो महावीरा ॥
मंगल कर्ता संकट मोचन,
तुम हो महाबलशाली,
मंगल कर्ता संकट मोचन,
तुम हो महाबलशाली,
दिन हिन् की तुम हो करते,
आठो पहर रखवाली,
शुद्ध मन की लगन करे तेरा मनन,
शुद्ध मन की लगन करे तेरा मनन,
हरो चिंता हमारी हे चिंता हरण ॥
मंगल कर्ता संकट मोचन,
तुम हो महाबलशाली,
मंगल कर्ता संकट मोचन,
तुम हो महाबलशाली,
दिन हिन् की तुम हो करते,
आठो पहर रखवाली,
शुद्ध मन की लगन करे तेरा मनन,
शुद्ध मन की लगन करे तेरा मनन,
हरो चिंता हमारी हे चिंता हरण ॥
हनुमन्ता रणधीरा,
दुःख हर लो महावीरा ॥
तुम बन जाते कवच हो जिनका,
वो ना किसी से डरते,
तुम बन जाते कवच हो जिनका,
वो ना किसी से डरते,
बाल भी बांका होये ना उनका,
जो तेरा सुमिरण करते,
हे शंकर सुवन तुम्हे लाखो नमन,
हरो चिंता हमारी हे चिंता हरण ॥
BhaktiBharat Lyrics
हनुमन्ता रणधीरा,
दुःख हर लो महावीरा ॥
