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मुख्य बिंदु
- – वृंदावन में रासलीला का अद्भुत आयोजन हुआ है, जहाँ पायल की झंकार सुनाई दे रही है।
- – घुंघरू, झांझ, पखावज, सारंगी, बंसी, और वीणा जैसे विभिन्न वाद्य यंत्रों की मधुर धुनें गूँज रही हैं।
- – नर्तकियाँ सुंदर आभूषणों और पारंपरिक वस्त्रों में सजी-धजी होकर नृत्य कर रही हैं।
- – राधा और कृष्ण की संगत में सभी लोग आनंदित होकर नाच रहे हैं।
- – यह दृश्य शीतल और सुखद वातावरण में प्रस्तुत किया गया है, जो दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देता है।

भजन के बोल
ऐसो रास रच्यो वृन्दावन,
है रही पायल की झंकार ॥
ऐसो रास रच्यो वृन्दावन,
है रही पायल की झंकार ॥
घुंघरू खूब छमा छ्म बाजे,
बजते बिछुवा बहुते बाजे,
रवा कौंधनी केहु बाजे,
अंग अंग में गहना साजे,
चूडियन की झंकार,
ऐसो रास रच्यो वृंदावन,
है रही पायल की झंकार ॥
बाजे भात भाँति के बाजे,
झांझ पखावज दुन्दुभि बाजे,
सारंगी और महुवर बाजे,
बंसी बाजे मधुर मधुर बाजे,
वीणा हूँ के तार,
ऐसो रास रच्यो वृंदावन,
है रही पायल की झंकार ॥
राधा मोहन दे गलबईयाँ,
नाचे संग संग ले फिरकईयाँ,
चाल चले शीतल सुखदईयाँ,
जामा पाटुका लहंगा फरिया,
करे सनन सरकार,
ऐसो रास रच्यो वृंदावन,
है रही पायल की झंकार ॥
ऐसो रास रच्यो वृन्दावन,
है रही पायल की झंकार ॥
भजन वीडियो
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।
