मुख्य बिंदु
- – यह गीत भगवान बालाजी (हनुमान जी) की भक्ति और उनकी महिमा का वर्णन करता है।
- – गीत में बालाजी के प्रति प्रेम, श्रद्धा और भक्ति भाव प्रकट किया गया है।
- – विभिन्न स्थानों से भक्तों के आने और बालाजी के चरणों में शीश नवाने का उल्लेख है।
- – भोग और पूजा सामग्री जैसे गंगाजल, तेल, खीर-चूरमा आदि का वर्णन है जो बालाजी को अर्पित की जाती हैं।
- – गीत में बालाजी को मनभावना और मतवाला बताया गया है, जो भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं।
- – यह गीत भक्तों को बालाजी के आंगन में आने और उनकी पूजा करने के लिए आमंत्रित करता है।

भजन के बोल
बजरंग बाला बड़ा हो मतवाला,
म्हे फेरा थारी माला,
लागो हो मनभावना,
आवो आवो नी,
बालाजी म्हारे आंगणा ॥
सालासर सु दास पधारो,
पूनरासर सु वीर जी,
मेहंदीपुर से घाटे वाला,
खेतोंलाव कपि धीर जी,
बेगा आओ संग में लावो,
सियाराम की जोड़ी,
धोक लगावा,
थारो पाट थरपावा,
चरणों में शीश नवावा,
लागो हो मनभावना,
आवो आवो नी,
बालाजी म्हारे आंगणा ॥
गंगाजल रो कलश भरियो है,
आप पियौ म्हारा बालाजी,
तेल थारे चमेली रो लायो,
आप लगाओ म्हारा बालाजी,
लाल लंगोटा हाथ में घोटा,
रूप बनाज्यो छोटा,
भगत गावे महिमा सुनावे,
चरणों में शीश झुकावे,
लागो हो मनभावना,
आवो आवो नी,
बालाजी म्हारे आंगणा ॥
खीर चूरमा रो भोग बनायो,
थे जिमो म्हारा बालाजी,
पानी नये कुए रो मंगायों,
आप पियो म्हारा बालाजी,
प्रेम पुजारी बाबे म्हारी,
किस्मत ने सवारी,
महिमा गांवा घणा सुख पावा,
चरणों में शीश नवावा,
लागो हो मनभावना,
आवो आवो नी,
बालाजी म्हारे आंगणा ॥
बजरंग बाला बड़ा हो मतवाला,
म्हे फेरा थारी माला,
लागो हो मनभावना,
आवो आवो नी,
बालाजी म्हारे आंगणा ॥
