मुख्य बिंदु
- – यह भक्ति गीत बजरंग बली (हनुमान जी) की महिमा और संकटों को दूर करने की शक्ति का वर्णन करता है।
- – गीत में हनुमान जी से संकटों से मुक्ति और जीवन में सफलता की प्रार्थना की गई है।
- – रामायण के प्रसंगों का उल्लेख करते हुए हनुमान जी के रुद्र रूप, लंका दहन और सीता माता को संदेश पहुँचाने की वीरता का वर्णन है।
- – बजरंग बली की कृपा से भक्तों की सभी मुसीबतें दूर हो जाती हैं और वे संकटों से पार पाते हैं।
- – राम नाम के महत्व और उसकी शक्ति का भी गीत में विशेष उल्लेख है, जो दुष्टों का नाश करता है।
- – भक्तों को हनुमान जी की भक्ति में दृढ़ रहने और उनके नाम का जप करने की प्रेरणा दी गई है।

भजन के बोल
बादल दुख के छाए है काले
बनकर पवन उड़ा दो
कदम कदम पर संकट मेरे
इनसे जान छुड़ा दो
उठो उठो हे लाल अंजनी परू तुम्हारे पईया
है पतवार तेरे हाथों में पार करो मेरी नैया
बजरंग बली बजरंग बली,
संकट काटो महाबली
जागो पवन पुत्र बलदाई
सीताराम की तुम्हे दुहाई
तेरी कृपा से सारी मुसीबत भक्तो की है टली टली…..
बजरंग बली बजरंग बली,
संकट काटो महाबली
जब जब संकट राम पे आया
तुमने रुद्र रूप दिखाया
पार गए तुम उड़कर सागर के
सीता को संदेश सुनाया
रावण की बगिया को उजाडा
अक्षय पटक पटक के मारा
तेरे सामने नही किसी की एक भी है चली चली…
बजरंग बली बजरंग बली,
संकट काटो महाबली
ना कोई शक है । ना कोई शंका
राम नाम का । बजाया डंका
लगे चीखने रावण के सिपाही
तुमने जलाई सोने की लंका
सर सर हवा लगी जब चलने
लंका लगी जोर से जलने
आग फैल गई बस पल भर में
बचे नगर ना गली गली..
बजरंग बली बजरंग बली,
संकट काटो महाबली
राम नाम का झंडा गाड़ा
चुन चुन करके,,दुष्टों को मारा
राम सिया की छवी दिखाई
जब अपने सीने को फाड़ा
सबकी बिगड़ी बनाने वाले
पीते राम नाम रस प्याले
तुम्हे पुकारे,, “लहरी” – “बेधड़क” कर मेरी भली
बजरंग बली बजरंग बली,
संकट काटो महाबली
