धर्म दर्शन वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें
Join Now
मुख्य बिंदु
- – यह गीत बांके बिहारी जी से प्रेम और भक्ति की अभिव्यक्ति है, जिसमें उनसे कभी न भूलने की विनती की गई है।
- – वृन्दावन की पवित्रता और वहां बार-बार आने की इच्छा व्यक्त की गई है।
- – भक्ति और संतों की सेवा की लगन बनाए रखने का आग्रह किया गया है।
- – कथा और कीर्तन के माध्यम से जीवन को पवित्र बनाने और भगवान की कृपा पाने की बात कही गई है।
- – हर वर्ष उत्सव मनाने और भगवान की कृपा का खजाना बांटने की भावना व्यक्त की गई है।

भजन के बोल
बांके बिहारी हमें भूल ना जाना,
जल्दी जल्दी वृन्दावन,
हमको बुलाना,
बांके बिहारी हमे भूल ना जाना ॥
जपते रहे हम नाम तुम्हारा,
छूटे कभी ना हमसे वृन्दावन प्यारा,
होता रहे तेरे दर पे आना जाना,
बांके बिहारी हमे भूल ना जाना ॥
भक्ति की ऐसी लगन लगा दो,
संतो की सेवा का भाव जगा दो,
हर वर्ष उत्सव अपना यूँ ही मनवाना,
बांके बिहारी हमे भूल ना जाना ॥
कथा कीर्तन से होता जीवन पवित्र,
साधन बताते यही ‘चित्र विचित्र’,
यूँ ही लुटाना अपनी किरपा का खजाना,
बांके बिहारी हमे भूल ना जाना ॥
बांके बिहारी हमें भूल ना जाना,
जल्दी जल्दी वृन्दावन,
हमको बुलाना,
बांके बिहारी हमे भूल ना जाना ॥
भजन वीडियो
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।
