मुख्य बिंदु
- – यह गीत बाबा खाटू वाले के प्रति भक्त की गहरी भक्ति और प्रेम को दर्शाता है।
- – भक्ता बाबा से दर्शन की प्रार्थना कर रहा/रही है, जो लंबे समय से संभव नहीं हो पाया।
- – भक्ता खुद को बाबा की बेटी मानते हुए उनसे स्नेह और आशीर्वाद की कामना करता/करती है।
- – बाबा के दर्शन से जीवन में खुशियाँ और मन की शांति प्राप्त होती है।
- – गीत में बाबा से गले लगाने और शरण लेने की विनती की गई है।
- – यह भक्ति गीत बाबा श्याम के प्रति अटूट विश्वास और श्रद्धा का प्रतीक है।
भजन के बोल
ओ बाबा खाटू वाले,
मुझको तू दर पे बुला ले,
बेटी हूँ ना मैं तेरी,
मुझको तू गले लगा ले,
ओ बाबा श्याम,
दर पे बुला लेना,
दर्शन तो करा देना ॥
बहुत दिनों से बाबा,
दर्शन ना हो पाए,
मंदिर अंदर बाबा,
कैसे तुम रुक पाए,
दर्शन को मनडा तरसे,
और आख्या झर झर बरसे,
ओ बाबा श्याम,
दर पे बुला लेना,
दर्शन तो करा देना ॥
तुम ही मेरे जीवन हो,
तुझे देख देख जी लूंगी,
तेरे चरणों में बाबा जी,
मैं जीवन भर रह लूंगी,
अब दे दो शरण तुम्हारी,
क्या मैं नही तुमको प्यारी,
ओ बाबा श्याम,
दर पे बुला लेना,
दर्शन तो करा देना ॥
तुम दर्शन दे दो तो,
मन बगिया खिल जाए,
मायूस हो चाहे हम,
तुझे देख के हम खिल जाए,
अब तो दर्शन दे दो ना,
‘खुशबू’ को खुश कर दो ना,
ओ बाबा श्याम,
दर पे बुला लेना,
दर्शन तो करा देना ॥
ओ बाबा खाटू वाले,
मुझको तू दर पे बुला ले,
बेटी हूँ ना मैं तेरी,
मुझको तू गले लगा ले,
ओ बाबा श्याम,
दर पे बुला लेना,
दर्शन तो करा देना ॥
