मुख्य बिंदु
- – यह गीत शेरोवाली माँ की स्तुति और भक्ति में लिखा गया है, जिसमें माँ से जीवन सुधारने और आशीर्वाद देने की प्रार्थना की गई है।
- – गीत में माँ को पहाड़ों वाली, झंडे वाली, जोतावाली और मेहरोवाली के रूप में संबोधित किया गया है, जो उनकी विभिन्न शक्तियों और रूपों को दर्शाता है।
- – भक्त माँ के लिए सुंदर भवन सजाने, फूल चुनने, और जयपुर से चुनरिया लाने जैसी भेंटें चढ़ाने की इच्छा व्यक्त करता है।
- – भक्ति में पान, सुपारी, ध्वजा, नारियल, हलवा, छोले पूरी जैसे पारंपरिक भोग अर्पित करने का उल्लेख है।
- – गीत में माँ की ममता और प्रेम की प्यास को दर्शाया गया है, साथ ही माँ से मिलने और गले लगाने की कामना की गई है।
- – यह गीत माँ के प्रति गहरी श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है, जो जीवन में सुधार और सुख-शांति की कामना करता है।

भजन के बोल
बिगड़ी मेरी बना जा,
ओ शेरोवाली माँ,
शेरोवाली माँ जोतावाली माँ,
पहाडोंवाली माँ झंडेयावाली माँ,
एक बार तू आजा ओ मेहरोवाली माँ,
बिगडी मेरी बना जा,
ओ शेरोवाली माँ ॥
बागों से कलियाँ चुन चुन,
तेरा सुन्दर भवन सजाऊँ,
तारों जड़ी चुनरिया,
जयपुर से मैं तो लाऊँ,
अपनी झलक दिखा जा,
ओ शेरोवाली माँ,
बिगडी मेरी बना जा,
ओ शेरोवाली माँ ॥
पान सुपारी ध्वजा नारियल,
तेरी भेंट चढ़ाऊँ,
हलवा छोले पूरी,
तेरा भोग मैं बनाऊं,
आकर भोग लगा जा,
ओ शेरोवाली माँ,
बिगडी मेरी बना जा,
ओ शेरोवाली माँ ॥
‘चोखानी’ को तुम्हारी,
ममता की प्यास बाकी,
‘टोनी’ को अम्बे रानी,
इतनी सी आस बाकी,
आकर गले लगा जा,
ओ शेरोवाली माँ,
बिगडी मेरी बना जा,
ओ शेरोवाली माँ ॥
बिगड़ी मेरी बना जा,
ओ शेरोवाली माँ,
शेरोवाली माँ जोतावाली माँ,
पहाडोंवाली माँ झंडेयावाली माँ,
एक बार तू आजा ओ मेहरोवाली माँ,
बिगडी मेरी बना जा,
ओ शेरोवाली माँ ॥
