मेरे हनुमान जी का दिल,
सिया रघुवर का मंदिर है,
मेरे हनुमान जी का दिल,
सभी देवो से सुंदर हैं,
मेरे हनुमान जी का दिल ॥
समुन्दर लांघ कर पहुंचा,
ये उड़ने में सिकंदर है,
मेरे हनुमान जी का दिल,
सभी देवो से सुंदर हैं,
मेरे हनुमान जी का दिल ॥
पिला संजीवनी बूटी,
बचाए प्राण लक्ष्मण के,
ये नेकी का समुन्दर है,
मेरे हनुमान जी का दिल,
सभी देवो से सुंदर हैं,
मेरे हनुमान जी का दिल ॥
पूरी पातल में जा के,
असुर अहिरावण हर डाला,
ये शक्ति का धुरंदर है,
मेरे हनुमान जी का दिल,
सभी देवो से सुंदर हैं,
मेरे हनुमान जी का दिल ॥
‘अनाड़ी’ सच कहे ‘सागर’,
ना मानो आप की मर्जी,
ये कलियों से भी सुंदर है,
मेरे हनुमान जी का दिल,
सभी देवो से सुंदर हैं,
मेरे हनुमान जी का दिल ॥
सभी देवो से सुंदर है,
मेरे हनुमान जी का दिल,
सिया रघुवर का मंदिर है,
मेरे हनुमान जी का दिल,
सभी देवो से सुंदर हैं,
मेरे हनुमान जी का दिल ॥
भजन: सभी देवो से सुंदर है, मेरे हनुमान जी का दिल
भूमिका
यह भजन भगवान हनुमान जी के हृदय की अतुलनीय सुंदरता और दिव्यता का गहन वर्णन करता है। भजनकार ने इसे भावनात्मक और आध्यात्मिक दृष्टि से लिखा है, जिसमें हनुमान जी के गुणों की तुलना सभी देवताओं के गुणों से की गई है। उनके दिल की सुंदरता न केवल उनके भक्ति भाव में है, बल्कि उनकी निस्वार्थता, शक्ति और असीम करुणा में भी समाहित है।
सभी देवो से सुंदर है, मेरे हनुमान जी का दिल
हनुमान जी के हृदय की सुंदरता की तुलना सभी देवताओं से की गई है। उनके दिल को सबसे सुंदर कहा गया है क्योंकि यह भगवान राम और माता सीता के प्रति उनकी भक्ति का केंद्र है।
गहराई से अर्थ:
देवताओं को अक्सर उनकी अद्वितीय विशेषताओं के लिए पूजा जाता है, जैसे ब्रह्मा सृष्टिकर्ता हैं, विष्णु पालनकर्ता हैं, और शिव संहारकर्ता। लेकिन हनुमान जी का हृदय इन सभी से ऊपर है क्योंकि यह न केवल उनके आराध्य भगवान राम के प्रति पूर्ण समर्पण से भरा है, बल्कि इसमें करुणा, सेवा और निस्वार्थता की भावना भी विद्यमान है। यह पंक्ति भक्तों को यह संदेश देती है कि भक्ति का हृदय, यदि शुद्ध और अडिग हो, तो वह दिव्यता की पराकाष्ठा को प्राप्त कर सकता है।
सिया रघुवर का मंदिर है, मेरे हनुमान जी का दिल
हनुमान जी का हृदय भगवान राम (रघुवर) और माता सीता (सिया) का मंदिर है। इसका मतलब यह है कि हनुमान जी का पूरा अस्तित्व उनके आराध्य को समर्पित है।
गहराई से अर्थ:
मंदिर वह स्थान होता है जहां भक्त अपने ईश्वर को पूजते हैं। हनुमान जी के हृदय को मंदिर कहना इस बात को दर्शाता है कि उनका जीवन पूरी तरह से भगवान राम और माता सीता के प्रति समर्पित है। उनका हर विचार, हर कर्म, और हर भावना भगवान राम की सेवा में है। यह पंक्ति हमें यह सिखाती है कि यदि हमारा मन और हृदय किसी दिव्य उद्देश्य के प्रति पूर्णतः समर्पित हो जाए, तो वह स्थान स्वयं ईश्वर के निवास के योग्य हो जाता है।
सिया के पास लंका में, समुन्दर लांघ कर पहुंचा
हनुमान जी का साहस और भक्ति इस पंक्ति में झलकती है। उन्होंने माता सीता की खोज में विशाल समुद्र को पार किया और लंका पहुंचे।
गहराई से अर्थ:
समुद्र को पार करना केवल एक भौतिक कार्य नहीं था, बल्कि यह उनके अदम्य साहस, दृढ़ निश्चय और भगवान राम के प्रति उनकी निष्ठा का प्रतीक है। हनुमान जी ने हर चुनौती को भगवान राम का कार्य मानते हुए स्वीकार किया और उसे पूरा किया। समुद्र, जो प्राचीन भारतीय साहित्य में जीवन की कठिनाइयों और बाधाओं का प्रतीक है, को पार करना यह दर्शाता है कि जब किसी के पास सच्चा उद्देश्य और अडिग विश्वास हो, तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती।
ये उड़ने में सिकंदर है, मेरे हनुमान जी का दिल
हनुमान जी की शक्ति और गति को सिकंदर की विजय और ताकत से जोड़ा गया है।
गहराई से अर्थ:
सिकंदर महान अपने समय का सबसे बड़ा योद्धा माना जाता था, जिसने कई युद्ध जीते। हनुमान जी को “उड़ने में सिकंदर” कहने का अर्थ यह है कि वे भौतिक और आध्यात्मिक स्तर पर अजेय हैं। उनकी उड़ान केवल आकाश में भौतिक उड़ान नहीं है, बल्कि यह उनकी आध्यात्मिक ऊंचाई को भी दर्शाती है। उनका आत्मविश्वास, जो भगवान राम के प्रति उनकी निष्ठा से प्रेरित है, उन्हें हर बाधा को पार करने की शक्ति देता है।
पिला संजीवनी बूटी, बचाए प्राण लक्ष्मण के
हनुमान जी के सेवा भाव का यह सबसे बड़ा उदाहरण है। जब लक्ष्मण जी मूर्छित हो गए थे, तो हनुमान जी ने उनके जीवन को बचाने के लिए संजीवनी बूटी लाई।
गहराई से अर्थ:
संजीवनी बूटी का लाना केवल शारीरिक रूप से लक्ष्मण जी के प्राण बचाने तक सीमित नहीं है। यह कार्य यह भी दर्शाता है कि हनुमान जी में अपने आराध्य के प्रति सेवा का कितना बड़ा भाव है। उन्होंने न केवल कठिन परिस्थितियों का सामना किया, बल्कि हर मुश्किल को पार करके अपने उद्देश्य को पूरा किया। संजीवनी लाने का कार्य यह भी सिखाता है कि जब सेवा में निस्वार्थता और प्रेम हो, तो असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।
ये नेकी का समुन्दर है, मेरे हनुमान जी का दिल
हनुमान जी के हृदय को “नेकी का समुंदर” कहा गया है।
गहराई से अर्थ:
नेकी या पुण्य का समुंदर कहना यह दर्शाता है कि हनुमान जी का हृदय असीम भलाई और करुणा से भरा हुआ है। उनका हर कार्य निस्वार्थ है, और उनकी शक्ति केवल दूसरों की भलाई के लिए उपयोग होती है। यह गुण उन्हें न केवल भक्ति में महान बनाता है, बल्कि उन्हें एक आदर्श व्यक्तित्व के रूप में भी प्रस्तुत करता है।
पूरी पातल में जा के, असुर अहिरावण हर डाला
हनुमान जी ने पाताल लोक जाकर अहिरावण का वध किया और भगवान राम और लक्ष्मण को मुक्त कराया। यह उनकी असीम शक्ति और निडरता का प्रमाण है।
गहराई से अर्थ:
पाताल लोक प्राचीन भारतीय मिथकों में एक भयावह और दुर्गम स्थान माना जाता है, जो खतरों और असुरों का निवास है। अहिरावण का वध केवल एक शारीरिक जीत नहीं थी; यह उनके भीतर की आध्यात्मिक शक्ति और साहस का परिचायक है। हनुमान जी ने यह कार्य बिना किसी भय के किया, क्योंकि उनके दिल में केवल अपने आराध्य के प्रति समर्पण और कर्तव्य भावना थी। यह घटना दर्शाती है कि जब कोई अपने उद्देश्य के लिए पूरी तरह समर्पित होता है, तो वह किसी भी चुनौती को पार कर सकता है।
ये शक्ति का धुरंदर है, मेरे हनुमान जी का दिल
हनुमान जी की शक्ति असीम है, और उनका दिल साहस और दृढ़ता का ध्रुव केंद्र है।
गहराई से अर्थ:
हनुमान जी की शक्ति केवल भौतिक बल तक सीमित नहीं है। उनकी शक्ति उनके आत्मविश्वास, संकल्प और भगवान के प्रति निष्ठा में निहित है। “धुरंदर” का अर्थ है वह व्यक्ति जो अपनी क्षमता में अद्वितीय हो। उनके हृदय की यह विशेषता यह सिखाती है कि सच्ची शक्ति केवल शरीर में नहीं, बल्कि मन और आत्मा में होती है।
‘अनाड़ी’ सच कहे ‘सागर’, ना मानो आप की मर्जी
भजनकार अपनी बात को सत्यापित करते हुए कहते हैं कि उनकी यह भावना पूर्णतः सत्य है।
गहराई से अर्थ:
भजनकार “अनाड़ी” के रूप में स्वयं को प्रस्तुत करते हैं, यह दिखाने के लिए कि वे किसी बड़े ज्ञानी या विद्वान नहीं हैं। उनका यह कथन उनकी भावनात्मक सादगी और भक्ति को दर्शाता है। वे कहते हैं कि जो भी वे अनुभव कर रहे हैं, वह सत्य है, लेकिन इसे मानना या न मानना श्रोता पर निर्भर है। यह पंक्ति हमें सिखाती है कि भक्ति में पांडित्य आवश्यक नहीं है; ईश्वर के प्रति प्रेम और सच्चे भाव पर्याप्त हैं।
ये कलियों से भी सुंदर है, मेरे हनुमान जी का दिल
हनुमान जी के हृदय की सुंदरता को फूलों की कलियों से भी अधिक बताया गया है।
गहराई से अर्थ:
कलियों को प्राकृतिक सुंदरता और कोमलता का प्रतीक माना जाता है। हनुमान जी के दिल को कलियों से भी सुंदर कहना यह दर्शाता है कि उनका हृदय न केवल भक्ति और सेवा के गुणों से भरा हुआ है, बल्कि इसमें दया और प्रेम की अद्भुत कोमलता भी है। यह पंक्ति यह संदेश देती है कि सच्ची सुंदरता बाहरी नहीं, बल्कि भीतर के गुणों में निहित होती है।
सभी देवो से सुंदर है, मेरे हनुमान जी का दिल
भजनकार इस पंक्ति को बार-बार दोहराते हैं, जो हनुमान जी की महानता और उनके हृदय की दिव्यता पर जोर देता है।
गहराई से अर्थ:
हर बार जब इस पंक्ति को दोहराया जाता है, तो यह हमें याद दिलाता है कि हनुमान जी का दिल केवल उनके भक्ति भाव के कारण सुंदर नहीं है, बल्कि इसमें निस्वार्थता, साहस, और असीम करुणा का वास है। यह पंक्ति यह सिखाती है कि जब किसी का हृदय इन गुणों से भरा होता है, तो वह हर मायने में सुंदर और दिव्य बन जाता है।
भजन का सार और संदेश
यह भजन न केवल हनुमान जी के हृदय की महानता का वर्णन करता है, बल्कि यह हमें उनके गुणों को अपने जीवन में अपनाने का संदेश भी देता है। हनुमान जी की निस्वार्थता, साहस, सेवा, और समर्पण हमें सिखाते हैं कि जीवन में सबसे बड़ी शक्ति भक्ति और करुणा में है।
शिक्षाएँ:
- भक्ति का महत्व: सच्ची भक्ति वह है जिसमें कोई अहंकार और स्वार्थ न हो।
- सेवा भावना: दूसरों की मदद के लिए अपनी शक्ति और संसाधनों का उपयोग करना सबसे बड़ी नेकी है।
- अडिग निष्ठा: अपने उद्देश्य और कर्तव्य के प्रति पूर्ण समर्पण ही सफलता का मार्ग है।
- साहस और धैर्य: जीवन की कठिनाइयों का सामना निडरता और आत्मविश्वास से करना चाहिए।
निष्कर्ष
“सभी देवो से सुंदर है, मेरे हनुमान जी का दिल” भजन एक प्रेरणा है जो हनुमान जी के गुणों को समझने और अपनाने की प्रेरणा देता है। यह हमें याद दिलाता है कि सच्ची सुंदरता हृदय की पवित्रता, सेवा, और भक्ति में है। यह भजन हमें यह भी सिखाता है कि ईश्वर के प्रति सच्चा समर्पण किसी भी बाधा को पार करने में सक्षम बनाता है।
यदि इस भजन का गहराई से अनुसरण किया जाए, तो यह हमारे जीवन में भक्ति, सेवा, और साहस को बढ़ावा दे सकता है।