मुख्य बिंदु
- – यह गीत भगवान कृष्ण (श्याम) की मधुर और मनमोहक छवि प्रस्तुत करता है, जो बंसी बजाते हुए प्रेमी के दिल को छू जाते हैं।
- – श्याम मथुरा से वृंदावन आए हैं और उनकी उपस्थिति से प्रेमी की नींद उड़ जाती है।
- – उनकी जादुई आँखें और मोहक छवि प्रेमी को पूरी तरह से आकर्षित कर लेती हैं।
- – श्याम की छटा, उनकी बिंदिया, चूड़ी और चुनरिया प्रेमी के मन में गहरा प्रभाव छोड़ती हैं।
- – गीत में श्याम के साथ नैना मिलाने का भाव प्रेम और भक्ति की गहराई को दर्शाता है।
- – यह गीत कृष्ण भक्ति और उनके प्रेममय रूप का सुंदर वर्णन है, जो भक्तों के हृदय को आनंदित करता है।

भजन के बोल
बंसी बजाय गयो श्याम,
मोसे नैना मिलाय के,
दिल मई समाय गयो श्याम,
मोसे नैना मिलाय के,
बंसी बजाए गयो श्याम,
मोसे नैना मिलाय के।
मथुरा से वृंदावन आयो,
निर्दयी छलिया चैन चुरायो,
निंदिया उड़ाय गयो श्याम,
मोसे नैना मिलाय के,
बंसी बजाए गयो श्याम,
मोसे नैना मिलाय के ।
जादूकर गई उसकी ये अखियाँ,
रस्ता रोका मोरी पकड़ी बहिया,
मटकी गिराय गयो श्याम,
मोसे नैना मिलाय के,
बंसी बजाए गयो श्याम,
मोसे नैना मिलाय के ।
लूटा मोर मुकुट की छटा ने,
उनके शोकि इंद्र घटा ने
तीर चलाए गयो श्याम,
मोसे नैना मिलाय के,
बंसी बजाए गयो श्याम,
मोसे नैना मिलाय के ।
श्याम नाम की ओढ़ी चुनरिया,
श्याम की चूड़ी श्याम की बिंदिया,
रास रचाए गयो श्याम,
मोसे नैना मिलाय के,
BhaktiBharat Lyrics
बंसी बजाए गयो श्याम,
मोसे नैना मिलाय के ।
बंसी बजाय गयो श्याम,
मोसे नैना मिलाय के,
दिल मई समाय गयो श्याम,
मोसे नैना मिलाय के,
बंसी बजाए गयो श्याम,
मोसे नैना मिलाय के ।
