- – यह गीत भक्तों की भगवान से एक बार मिलने और उनके दर्शन की तीव्र इच्छा को दर्शाता है।
- – भक्तों ने अपनी सारी इच्छाएं और रिश्ते त्यागकर केवल प्रभु की चाहत में जीवन बिताया है।
- – गीत में भगवान से गले मिलने, उनकी गोद में सिर रखने और सुकून पाने की विनती की गई है।
- – नफरत से भरे संसार में भगवान का सहारा ही जीवन को संवारने और प्यार सिखाने का माध्यम बताया गया है।
- – भूल-चूक को माफ कर जीवन को सजाने और सही मार्ग दिखाने की प्रार्थना की गई है।
- – पूरे गीत में प्रेम, भक्ति और आत्मिक शांति की कामना प्रमुख रूप से व्यक्त की गई है।

भक्तो ने पुकारा है,
एक बार चले आओ,
एक बार चले आओ,
प्यासी इन अखियो को,
अब और ना तरसाओ,
एक बार चले आओ,
एक बार चले आओ।।
हमने तेरी चाहत में,
सारा जग छोड़ा है,
हमने तेरी खातिर,
हर रिश्ता तोडा है,
तुम बिन मैं जियु कैसे,
इतना तो बता जाओ,
एक बार चले आओ,
एक बार चले आओ।।
एक बार गले मिलकर,
जी भरकर के तो रोलु मैं,
तेरी गोद में सर रखकर,
कुछ देर तो सोलु मैं,
बिन दर्श ना मर जाऊ,
इतना भी ना कर पाओ,
एक बार चले आओ,
एक बार चले आओ।।
नफरत से भरे जग में,
सब तिल तिल जलते है,
बस तेरा सहारा है,
जिसे पाकर पलते है,
गीता का ज्ञान दिया,
अब प्यार सीखा जाओ,
एक बार चले आओ,
एक बार चले आओ।।
अगर भूल कोई हो तो,
उसे दिल से भुला देना,
भटके हुए राही को,
प्रभु राह दिखा देना,
विनती ये ‘अमन’ की है,
जीवन को सजा जाओ,
एक बार चले आओ,
एक बार चले आओ।।
भक्तो ने पुकारा है,
एक बार चले आओ,
एक बार चले आओ,
प्यासी इन अखियो को,
अब और ना तरसाओ,
एक बार चले आओ,
एक बार चले आओ।।
Singer : Mukesh Bagda
