धर्म दर्शन वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें
Join Now
- – गीत में भारत में भगवान कृष्ण के पुनः आगमन की प्रार्थना की गई है, जो ग्वाले चराने वाले और गिरिवर उठाने वाले के रूप में वर्णित हैं।
- – वर्तमान समय में बढ़ते दुःख, द्वंद्व और कष्टों को समाप्त करने के लिए उनकी वापसी की कामना की गई है।
- – भगवान कृष्ण की बंसी की मधुर धुन से पूरे त्रिभुवन का नृत्य और मधुबन की गूंज याद दिलाई गई है।
- – भक्तों की सहायता और बिगड़ी हुई परिस्थितियों को सुधारने के लिए राधेश्याम (कृष्ण) के प्रेम और कृपा की अपेक्षा जताई गई है।
- – गीत में गीता के संदेशों को फिर से जागृत करने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रेरणा दी गई है।
भारत में फिर से आजा,
गव्वे चराने वाले,
भारत मे फिर से आजा,
गिरिवर उठाने वाले,
सोतो को फिर जगा जा,
गीता के गाने वाले,
भारत में फिर से आजा।।
दुःख द्वंद्व बढ़ रहे है,
दुष्काल पड़ रहे है,
फिर कष्ट सब मिटा जा,
बंसी बजाने वाले,
भारत मे फिर से आजा,
गिरिवर उठाने वाले।।
गूंजा था जिससे मधुबन,
नाचा था जिससे त्रिभुवन,
वो तान फिर सुना जा,
बंसी बजाने वाले,
भारत मे फिर से आजा,
गिरिवर उठाने वाले।।
है ‘राधेश्याम’ निर्बल,
जन तेरे भक्त वत्सल,
बिगड़ी को फिर बना जा,
बिगड़ी बनाने वाले,
Bhajan Diary Lyrics,
भारत मे फिर से आजा,
गिरिवर उठाने वाले।।
भारत में फिर से आजा,
गव्वे चराने वाले,
भारत मे फिर से आजा,
गिरिवर उठाने वाले,
सोतो को फिर जगा जा,
गीता के गाने वाले,
भारत में फिर से आजा।।
Singer – Ganpat Ji Panchva
https://youtu.be/olE84C-E6JA
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।
