- – यह गीत भगवान शिव के विभिन्न रूपों में प्रकट होने की कामना करता है, जैसे भोलेनाथ, विश्वनाथ, राम, श्याम आदि।
- – गीत में भगवान के साथ विभिन्न देवी-देवताओं और भक्तों का उल्लेख है, जैसे गौरा, सीता, राधा, सुदामा।
- – भगवान के विभिन्न रूपों में आने का आग्रह है, जो भक्तों के जीवन में प्रेम, भक्ति और दान की भावना लेकर आएं।
- – गीत में भगवान के हाथों में विभिन्न प्रतीकात्मक वस्तुओं का वर्णन है, जैसे डमरू, धनुष, मुरली, तंदुल, लकुटी।
- – यह गीत भक्ति और आस्था की भावना को प्रकट करता है, जिसमें प्रभु के आने की प्रतीक्षा और उनके विविध रूपों का स्वागत शामिल है।

भोलेनाथ बनके विश्वनाथ बनके,
चले आना प्रभु जी चले आना,
भोलेनाथ बनके विश्वनाथ बनके,
चले आना प्रभु जी चले आना।।
तर्ज – कभी राम बनके।
तुम अद्भुत रूप में आना,
तुम अद्भुत रूप में आना,
डमरू हाथ लेके गौरा साथ लेके,
चले आना प्रभु जी चले आना,
चले आना प्रभु जी चले आना,
भोलानाथ बनके विश्वनाथ बनके,
चले आना प्रभु जी चले आना।।
कभी राम के रूप में आना,
कभी राम के रूप में आना,
धनुष हाथ लेके सीता साथ लेके,
चले आना प्रभु जी चले आना,
भोलानाथ बनके विश्वनाथ बनके,
चले आना प्रभु जी चले आना।।
कभी श्याम के रूप में आना,
कभी श्याम के रूप में आना,
मुरली हाथ लेके राधा साथ लेके,
चले आना प्रभु जी चले आना,
भोलानाथ बनके विश्वनाथ बनके,
चले आना प्रभु जी चले आना।।
कभी विप्र सुदामा बनके,
कभी विप्र सुदामा बनके,
तंदुल साथ लेके लकुटी हाथ लेके,
चले आना प्रभु जी चले आना,
भोलानाथ बनके विश्वनाथ बनके,
चले आना प्रभु जी चले आना।।
कभी भक्तो को अपने देने,
कभी भक्तो को अपने देने,
दान हाथ लेके मान साथ लेके,
चले आना प्रभु जी चले आना,
भोलानाथ बनके विश्वनाथ बनके,
चले आना प्रभु जी चले आना।।
भोलेनाथ बनके विश्वनाथ बनके,
चले आना प्रभु जी चले आना,
भोलेनाथ बनके विश्वनाथ बनके,
चले आना प्रभु जी चले आना।।
