श्याम प्यारे की है सरकार,हमें डर काहे को,काहे को डर काहे को,नीले वाले की है सरकार,हमें डर काहे को ॥ धन दौलत और माल खज़ाना,मुझको श्याम ना चाहिए,इस जीवन की एक ही इच्छा,घर मेरे भी आइये,अपनों श्याम धणी है सरकार,हमें डर काहे को,नीले वाले की है सरकार,हमें डर काहे को ॥ जो भी सेवा बनी …
