- – यह गीत पदम नाथ जी के धाम की महिमा और उनके प्रति श्रद्धा को व्यक्त करता है।
- – पदम नाथ जी को कलयुग के अवतार और न्याय दिलाने वाले के रूप में पूजा जाता है।
- – दशम दिन पर पदम नाथ जी के दर्शन करने से सभी कष्ट मिट जाते हैं और भंडार भर जाता है।
- – गीत में धाम के वातावरण का वर्णन है जहाँ ढोल नगाड़े बजते हैं और जयकार होती है।
- – मोईनुद्दीन जी द्वारा रचित भजन में पदम नाथ जी की महिमा का गुणगान किया गया है।
- – यह भजन प्रकाश प्रजापति द्वारा स्वरबद्ध किया गया है और प्रेम शंकर द्वारा प्रेषित है।
चालो जी चालो चालोनी भाईडा रे,
चालो चालो पदम नाथ जी रे धाम,
लेलो जी लेलो लेलोनी भाईडा रे,
लेलो लेलो ठाकुर जी रो नाम।।
पदम् नाथ ने है बलिहारी,
गोमती है स्वयं पधारी,
बोलो में जय जयकार भाईडा रे,
चालो चालों पदम नाथ जी रे धाम।।
दशम रे दिन जो कोई आवे,
बाबो सबरा कष्ट मिटावे,
ओर भर देवे भण्डार भाईडा रे,
चालो चालों पदम नाथ जी रे धाम।।
पलासमा में आप विराजो,
ढोल नगाड़ा नोपत बाजे,
थारी हो रही जय जयकार भाईडा रे,
चालो चालों पदम नाथ जी रे धाम।।
पदम् नाथ री महिमा भारी,
दर्शन ने आवे नर नारी,
जुलनी रो मैलो है अपार भाईडा रे,
चालो चालों पदम नाथ जी रे धाम।।
दुर-दुर सु आवे यात्री,
फुला सु न्याय दिलावे,
कलयुग रा अवतार भाईडा रे,
चालो चालों पदम नाथ जी रे धाम।।
सुरज सामी धाम कहावे,
बनास नदी चरण बहावे,
सामी सामी जरगाजी रोधाम भाईडा रे,
चालो चालों पदम नाथ जी रे धाम।।
मोईनुद्दीन जी भजन वणायो,
दास प्रकाश जुगत सु गावे,
गावे गावे महिमा आज भाईडा रे,
चालो चालों पदम नाथ जी रे धाम।।
चालो जी चालो चालोनी भाईडा रे,
चालो चालो पदम नाथ जी रे धाम,
लेलो जी लेलो लेलोनी भाईडा रे,
लेलो लेलो ठाकुर जी रो नाम।।
स्वर – प्रकाश प्रजापति।
9898870198
लेखक – मोईनुदिन मनचला।
प्रेषक – प्रेम शंकर 9558171459
https://youtu.be/QxyKwWLqrJQ
