भजन

दरश दीवाने की सुन ले ओ बाबा पुकार भजन लिरिक्स – Darsh Deewane Ki Sun Le O Baba Pukar Bhajan Lyrics – Hinduism FAQ

धर्म दर्शन वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें Join Now
  • – यह गीत भगवान कृष्ण (खाटू वाले, मुरली वाले) की भक्ति और उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त करता है।
  • – गीत में भक्त अपने जीवन की कठिनाइयों और दुखों के बीच भगवान से सहायता और खुशियाँ पाने की प्रार्थना करता है।
  • – भक्त लगातार भगवान के द्वार पर खड़ा होकर उनकी महिमा और कृपा की पुकार लगाता है।
  • – गीत में भगवान के विभिन्न रूपों जैसे मोहन, मुरली वाले, बंसी वाले, और लिले घोड़े वाले का उल्लेख है।
  • – भक्त अपने समर्पण और पूजा की भावना को व्यक्त करता है, और भगवान से दुनिया के दुश्मनों से रक्षा की आशा करता है।
  • – स्वर उमा जी लहरी द्वारा प्रस्तुत इस भजन में भक्ति और आत्मीयता की गहराई स्पष्ट रूप से झलकती है।

Thumbnail for darash-diwane-ki-sun-le-o-baba-pukar-lyrics

दरश दीवाने की,
सुन ले ओ बाबा पुकार,
ओ खाटू वाले,
कब से खड़ी मै तेरे द्वार,
मुरली वाले,
कब से खड़ी मै तेरे द्वार।।

तर्ज – राम तेरी गंगा मैली।

आजा ओ खाटू वाले,
ओ मोहन मुरली वाले,
आजा ओ बंसी वाले,
ओ लिले घोड़े वाले।।



वीराने सुने अंगना,

तू ही करे बहार,
तू ही गले से लगाये,
खुशियाँ दे दे बेशुमार,
हारे का साथ दे के,
जीवन संवारता,
हारे का साथ दे के,
जीवन संवारता,
रोते हुए को तू हँसाए,
तेरी महिमा अपार,
ओ खाटू वाले,
कब से खड़ी मै तेरे द्वार,
मुरली वाले,
कब से खड़ी मै तेरे द्वार।।

आजा ओ खाटू वाले,
ओ मोहन मुरली वाले,
आजा ओ बंसी वाले,
ओ लिले घोड़े वाले।।



दर को ना छोडूं चाहे,

निकले ये दम मेरा,
तेरे सिवा दुनिया में,
कोई ना आसरा,
गाती फिर भी हूँ मैं,
तेरे ही गीत रे,
छोटी हूँ ना मैं जानू,
पूजा की रीत रे,
मौन यूँ बैठा क्यों है,
थोडा पसीज रे,
‘लहरी’ पुकारे बाबा,
तू सुनले पुकार,
दुनिया में दुश्मनों की,
दुनिया में दुश्मनों की,
कोई कमी नही,
फिर भी ना तू सुने तो,
जाऊं मैं किसके द्वार,
ओ खाटू वाले,
कब से खड़ी मै तेरे द्वार,
मुरली वाले,
कब से खड़ी मै तेरे द्वार।।

यह भी जानें:  ये है कलयुग की सरकार इसको कहते लखदातार - Ye Hai Kalyug Ki Sarkar Isko Kehte Lakhdatar - Hinduism FAQ


दरश दीवाने की,

सुन ले ओ बाबा पुकार,
ओ खाटू वाले,
कब से खड़ी मै तेरे द्वार,
मुरली वाले,
कब से खड़ी मै तेरे द्वार।।

आजा ओ खाटू वाले,
ओ मोहन मुरली वाले,
आजा ओ बंसी वाले,
ओ लिले घोड़े वाले।।

स्वर – उमा जी लहरी।


अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

You may also like