- – “पक्के पुल वाला” दुखियों को सहारा देने वाला एक प्रेरणादायक और आश्वासन देने वाला प्रतीक है।
- – यह कविता जीवन में उजाला और उम्मीद जगाने की बात करती है, जो किस्मत को भी जागृत करता है।
- – दुनिया में कोई दूसरा ऐसा नहीं जो “पक्के पुल वाला” जैसा समर्थ और धनी हो, जो सबका सहारा बने।
- – हजरत पीर इलाही से रक्षार्थ प्रार्थना की गई है, जो जीवन में बुलंद सितारा बनने की कामना करता है।
- – बहादुर खान नुरानी के साथ मिलकर यह संदेश फैलाया गया है कि यह “पक्का पुल वाला” हर परिस्थिति में साथ देता है।
- – गायक कृष्ण जुआं वाले और जागरण पार्टी द्वारा प्रस्तुत यह गीत दुखियों के लिए उम्मीद और सहारा का स्रोत है।

दुखिया को देता है सहारा,
ये पक्के पुल वाला।।
तेरे नूर से जगती है ज्योति,
जागै किस्मत सबकी सोती,
करता नहीं है किनारा,
ये पक्के पुल वाला,
दुखियो को देता है सहारा,
ये पक्के पुल वाला।।
यह दुनिया है तेरी दीवानी,
दूजा नहीं कोई तुमसा धनी,
हर कोई कहता हमारा,
ये पक्के पुल वाला,
दुखियो को देता है सहारा,
ये पक्के पुल वाला।।
हजरत पीर इलाही बख्श मेरी,
पल-पल करते रहो रक्ष मेरी,
कर दे बुलंद सितारा,
ये पक्के पुल वाला,
दुखियो को देता है सहारा,
ये पक्के पुल वाला।।
बहादुर खान नुरानी संग में,
भरकै चालै से कती रंग में,
ले सै खुब नजारा,
ये पक्के पुल वाला,
दुखियो को देता है सहारा,
ये पक्के पुल वाला।।
कृष्ण जुएं आले तरज्या किस्ती,
नीलम दहिया लौ एक चस्ती,
दिल से आज पुकारा,
ये पक्के पुल वाला,
दुखियो को देता है सहारा,
ये पक्के पुल वाला।।
दुखिया को देता है सहारा,
ये पक्के पुल वाला।।
गायक / प्रेषक – कृष्ण जुआं वाले & जागरण पार्टी
9813297388
