- – यह गीत खाटु धाम और बाबा श्याम की भक्ति में रचा गया है, जिसमें भक्तों का बाबा के गाँव की ओर उत्साहपूर्ण यात्रा का वर्णन है।
- – फागुण महीने के रंगीन और उल्लासपूर्ण माहौल में बाबा श्याम की पूजा और दर्शन की उमंग व्यक्त की गई है।
- – गीत में बाबा श्याम के प्रति श्रद्धा, भक्ति और उनके रंग में रंग जाने की भावना प्रकट होती है।
- – चार दिनों तक चलने वाले मेले और भजन की महत्ता को दर्शाया गया है, जहाँ भक्त मिलकर भजन गाते हैं और आनंद मनाते हैं।
- – बार-बार “जय हो खाटु धाम की, जय हो बाबा श्याम की” का उद्घोष भक्तों की आस्था और उत्साह को दर्शाता है।
- – गीत में बाबा श्याम की मिट्टी की खुशबू, उनकी चिठ्ठी और उनके चरणों में नमन करने की भावनाएँ भी शामिल हैं।

हाथो में लेके निशान चले रे,
हम तो सारे बाबा के गाँव चले रे।।
तर्ज – पालकी में होके सवार चली रे।
लो आ गया मेला तेरा,
सब नाचते छम छम छम छम,
हाथो में लेके निशान चले रे,
हम तो सारे बाबा के गाँव चले रे।।
जय हो खाटु धाम की,
जय हो बाबा श्याम की,
जय हो खाटु धाम की,
जय हो बाबा श्याम की।
फागुण महीना रंग रंगीला,
सज धज के बैठा है श्याम सजीला,
सज धज के बैठा है श्याम सजीला,
मन में उठी है ऐसी उमंग,
ऐसी उमंग हाँ ऐसी उमंग,
पाने को तेरा दीदार चले रे,
हम तो सारे बाबा के गाँव चले रे,
हाथो में लेके निशान चले रे,
हम तो सारे बाबा के गाँव चले रे।।
जय हो खाटु धाम की,
जय हो बाबा श्याम की,
जय हो खाटु धाम की,
जय हो बाबा श्याम की।
खुशबु उड़ाए खाटु की मिटटी,
श्याम पियारे की आई है चिठ्ठी,
श्याम पियारे की आई है चिठ्ठी,
याद करे हमे श्याम सजन,
श्याम सजन हाँ श्याम सजन,
हो कर के सारे बेक़रार चले रे,
हम तो सारे बाबा के गाँव चले रे,
हाथो में लेके निशान चले रे,
हम तो सारे बाबा के गाँव चले रे।।
जय हो खाटु धाम की,
जय हो बाबा श्याम की,
जय हो खाटु धाम की,
जय हो बाबा श्याम की।
चार दिनों तक संग में रहेंगे,
हम सारे बाबा के रन्ग में रंगेंगे,
हम सारे बाबा के रंग में रंगेंगे,
गाएंगे बस तेरे भजन,
तेरे भजन हाँ तेरे भजन,
भूलके सारा घर बार चले रे,
हम तो सारे बाबा के गाँव चले रे,
हाथो में लेके निशान चले रे,
हम तो सारे बाबा के गाँव चले रे।।
जय हो खाटु धाम की,
जय हो बाबा श्याम की,
जय हो खाटु धाम की,
जय हो बाबा श्याम की।
हर दम हमें बस यूँही बुलाना,
इस शाम को ना तू दिल से भूलाना,
इस शाम को ना तू दिल से भूलाना,
करता हूँ चरणों में नमन,
तेरे नमन हाँ तेरे नमन,
आशा यही ले दरबार चले रे,
हम तो सारे बाबा के गाँव चले रे,
हाथो में लेके निशान चले रे,
हम तो सारे बाबा के गाँव चले रे।।
जय हो खाटु धाम की,
जय हो बाबा श्याम की,
जय हो खाटु धाम की,
जय हो बाबा श्याम की।
लो आ गया मेला तेरा,
सब नाचते छम छम छम छम,
हाथो में लेके निशान चले रे,
हम तो सारे बाबा के गाँव चले रे।।
Singer : Priyanka Gupta
