भजन

इसका भेद बता म्हारा अभ्दु सब्द करणी करिये क्यूं – Iska Bhed Bata Mhara Abhdu Sabd Karni Kariye Kyun – Hinduism FAQ

धर्म दर्शन वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें Join Now
  • – यह कविता जीवन के विभिन्न पहलुओं और विरोधाभासों को दर्शाती है, जहाँ एक ही तत्व या व्यक्ति विभिन्न रूपों में प्रकट होता है।
  • – नर और नारी, बालक और रखवाला, हाथी और कीड़ी, चोर और दाता जैसे विपरीत चरित्रों में एक ही तत्व का वास बताया गया है।
  • – कविता में यह संदेश है कि संसार में हर जगह और हर रूप में वही तत्व या ईश्वर विद्यमान है।
  • – कबीर के शब्दों के माध्यम से यह समझाया गया है कि गुरु की प्राप्ति के बाद भी जीवन के रहस्यों को समझना आवश्यक है।
  • – यह रचना जीवन की जटिलताओं और विविधताओं के बीच एकता और समरसता का भाव प्रकट करती है।

Thumbnail for iska-bhed-bata-mere-abdhu-lyrics

इसका भेद बता म्हारा अभ्दु,
सब्द करणी करिये क्यूं,
डाली भूल जगत रे माई,
जहां देखूँ वहां तू रो तू।।



नर नारी में एक विराजै,

दो दुनिया में दरसे क्यूं,
बालक होकर रोवण लागो,
राखण वालो तूं रो तूं।।



हाथी में मोटो बण बैठो,
कीड़ी में तू छोटो क्यूँ,
होय महावत ऊपर बैठो,
हाकण वालो तूं रो तूं।।



चोरों के संग चोर बण जावे,

बदमासों रे भेलो तूं,
कर चोरी ने तूं भग जावे,
पकड़न वालो तूं रो तूं।।



दाता के संग दाता बणग्यो,

भिखारियों रे भेलो तूं,
मगतो होकर मांगण लागो,
देवण वालो तूं रो तूं।।



जल थल जीव जंतु जग माई,

जंहा देखूँ जंहा तूं रो तूं,
कहत कबीर सुणो भाई साधो,
गुरु मिलिया हे यूँ का यूँ।।



इसका भेद बता म्हारा अभ्दु,

सब्द करणी करिये क्यूं,
डाली भूल जगत रे माई;
जहां देखूँ वहां तू रो तू।।

यह भी जानें:  माटी में मिले माटी पाणी में पाणी भजन लिरिक्स - Maati Mein Mile Maati Paani Mein Paani Bhajan Lyrics - Hinduism FAQ

Singer – Suresh Lohar
Upload By –
Nimbraj gour Dharasar bmr


अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

You may also like