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- – गीत में जमुना नदी के किनारे बसे एक सुंदर गाँव का वर्णन है, जहाँ आने का निमंत्रण दिया गया है।
- – गाँव की खूबसूरती और उसकी सांस्कृतिक महत्ता को उजागर किया गया है।
- – गीत की नायिका खुद को राजकुमारी और अपने पिता को वृषभान बताती है, जो गाँव की प्रतिष्ठा को दर्शाता है।
- – हवेली की भव्यता और आलिशान बैठक का उल्लेख गाँव की समृद्धि को दर्शाता है।
- – पूरे गीत में प्रेम और अपनत्व की भावना झलकती है, जो गाँव के प्रति गहरा लगाव दर्शाती है।

जमुना किनारे मेरो गाँव,
साँवरे अई जइयो।।
जो कान्हा मेरो गाँव ना जाने,
गाँव ना जाने, मेरो गाँव ना जाने,
बरसानो मेरो गाँव,
साँवरे अई जइयो,
जमुना किनारे मेरो गाँव,
साँवरे अई जइयो।।
जमुना किनारे मेरी उँची हवेली,
उँची हवेली, मेरी उँची हवेली,
बैठक आलिशान,
साँवरे अई जइयो,
जमुना किनारे मेरो गाँव,
साँवरे अई जइयो।।
मैं महलन की राज कुमारी,
राज कुमारी, मैं राज दुलारी,
पिता मेरे वृषभान,
साँवरे अई जइयो,
जमुना किनारे मेरो गाँव,
साँवरे अई जइयो।।
जमुना किनारे मेरो गाँव,
साँवरे अई जइयो।।
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।
