- – भजन में महाकाली शेरावाली की महिमा और उनकी सभी जगत की रखवाली करने वाली शक्ति का वर्णन है।
- – भक्तों का महाकाली के दर पर आना, उनकी भक्ति और श्रद्धा का भाव व्यक्त किया गया है।
- – महाकाली को आशा पूरी करने वाली और भक्तों की झोली भरने वाली माता के रूप में दर्शाया गया है।
- – भजन में भक्त की मन की बात महाकाली से कहने की इच्छा और उनकी पावन छवि के प्रति प्रेम दिखाया गया है।
- – भक्त महाकाली के चरणों में शरण लेने और उनकी गोद में शांति पाने की कामना करता है।
- – पूरे भजन में महाकाली की स्तुति और उनके प्रति श्रद्धा का भाव प्रमुख है।

जय महाकाली शेरावाली,
सारे जग की तू रखवाली,
तेरे दर पे आने का सजदा करूँ,
तेरी याद माँ मुझको आने लगी,
जय महाकाली शेरोवाली,
सारे जग की तू रखवाली।।
तर्ज – मांगने की आदत जाती नहीं।
दूर दूर से सेवक तेरे,
दर पे तेरे आते है,
रोते रोते आते है और,
हँसते हँसते जाते है,
निशदिन नाम तेरा मैं भी जपूँ,
निशदिन नाम तेरा मैं भी जपूँ,
तेरी याद माँ मुझको आने लगी,
जय महाकाली शेरोवाली,
सारे जग की तू रखवाली।।
मैंने सुना माँ शेरावाली,
झोली सबकी भरती है,
अपने भक्तों की महाकाली,
आशा पूरी करती है,
अपने मन की बात मैं कहने चला,
अपने मन की बात मैं कहने चला,
तेरी याद माँ मुझको आने लगी,
जय महाकाली शेरोवाली,
सारे जग की तू रखवाली।।
तेरे पावन चरण छोड़ के,
और कहाँ मैं जाऊं माँ,
तेरी बाँहों में छुप जाऊं,
गोदी में सो जाऊं माँ,
तेरे मुखड़े को माँ तकता रहूं,
तेरे मुखड़े को माँ तकता रहूं,
Bhajan Diary Lyrics,
तेरी याद माँ मुझको आने लगी,
जय महाकाली शेरोवाली,
सारे जग की तू रखवाली।।
जय महाकाली शेरावाली,
सारे जग की तू रखवाली,
तेरे दर पे आने का सजदा करूँ,
तेरी याद माँ मुझको आने लगी,
जय महाकाली शेरोवाली,
सारे जग की तू रखवाली।।
स्वर – मुकेश बागड़ा जी।
