- – यह गीत जेतेश्वर अवतारी की महिमा और उनके जीवन की कथा को दर्शाता है, जो बाड़मेर जिले के कठाडी गाँव के निवासी थे।
- – जेतेश्वर अवतारी का जन्म विक्रम संवत 1812 के वैशाख सुदी चौदस को हुआ था, और वे एक बड़े तपस्वी और संत थे।
- – उन्होंने बाल्यकाल से ही भक्ति और तपस्या का मार्ग अपनाया, राम और शिव नाम की माला जपते हुए मोह-माया का त्याग किया।
- – गीत में उनके भक्ति जीवन, कठिनाइयों और उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त की गई है, जिसमें उनके द्वारा की गई सगाई और भक्ति की बातें शामिल हैं।
- – शंकर टांक जी द्वारा गाया गया यह गीत मनीष सीरवी द्वारा प्रेषित है, जो जेतेश्वर अवतारी की महिमा का प्रचार करता है।

जेतेश्वर अवतारी,
मारा जेतेश्वर अवतारी।
दोहा – जेतेश्वर री महिमा गावु,
सुनो सभी नर नार,
जो गलती हो दास की,
समंदर करो बखान।
जेतेश्वर अवतारी,
मारा जेतेश्वर अवतारी,
अरे जेंतेश्वर अवतारी,
मारा जेतेश्वर अवतारी,
अरे भगत बडा तपधारी,
मारा जेंतेश्वर अवतारी,
अरे संत बड़ा तपधारी,
मारा जेंतेश्वर अवतारी।।
जिला बाडमेर गाँव कठाडी,
अरे जन्म हुवो एक बारी,
अरे जिला बाड़मेर गाँव कठाडी,
जन्म हुवो एक बारी,
अरे गुमाजी रे आंगन आया,
जेतेश्वर तपधारी,
अरे गुमाजी रे आंगन आया,
जेतेश्वर अवतारी,
अरे जेंतेश्वर अवतारी।।
अरे विक्रम संवत १८१२,
वैशाख सुदी चौदस भारी,
अरे विक्रम संवत १८१२,
वैशाख सुदी चौदस भारी,
अरे रविवार रे दिन बावजी,
जन्म हुवो एक बारी,
अरे रविवार रे दिन बावजी,
जन्म हुवो एक बारी,
अरे जेंतेश्वर अवतारी।।
अरे कुकी देवी रे,
कोख सु जनमीया,
अरे बालकीयो तपधारी,
अरे कुकी देवी रे,
कोख सु जनमीया,
बालकीयो तपधारी,
अरे देवासी कुल रो,
भाग जगायो,
अरे जेंतेश्वर अवतारी।।
बालपना रे मायने,
जीव भक्ति रे माई,
अरे बालपना रे मायने,
जीव भक्ति रे माई,
अरे राम नाम री माला फेरी,
जंगलीया रे माई,
अरे राम नाम री माला फेरी,
घना जंगल रे माई,
अरे जेंतेश्वर अवतारी।।
गायो बकरीयो चरावता,
मन माला रे माई,
अरे गायो बकरीयो चरावता,
मन माला रे माई,
अरे शिव नाम री माला फेरी,
रे बारी डूंगर माई,
अरे शिव नाम री माला फेरी,
अरे जेंतेश्वर अवतारी।।
मोह माया ने त्याग दी,
राम नाम गुण गाई,
अरे मोह माया ने त्याग दी,
राम नाम गुण गाई,
अरे पाचों ने मार पच्चीस वश करे,
हरी हरी गुण गाई,
अरे पाचों ने मार पच्चीस वश करे,
हरी हरी गुण गाई,
अरे जेंतेश्वर अवतारी।।
भरी जवानी मायने,
सोचे पिता माई,
अरे भरी जवानी मायने,
सोचे पिता माई,
अरे बलकीया री करो सगाई,
मन मे दुखडो भारी,
अरे बालकीया री करो सगाई,
मन में दुखडो भारी,
अरे जेंतेश्वर अवतारी।।
भक्ति करता जेतेश्वर जी,
बातो नही भायी,
अरे भक्ति करता जेतेश्वर जी,
बातो नही भायी,
जिन बालकीया री करी सगाई,
चुनडली ओडाई,
जिन बालीका सु करी सगाई,
चुनडली ओडाई,
अरे जेंतेश्वर अवतारी।।
सोगाराम रेलीयावासी,
थारी महिमा बताई,
अरे सोगाराम रेलीयावासी,
थारी कथा बताई,
अरे शंकर टांक शरन रो सेवक,
भरी सभा में गाई,
अरे शंकर टाक शरन रो सेवक,
भरी सभा में गाई,
अरे जेंतेश्वर अवतारी।।
जेतेश्वर अवतारी,
मारा जेतेश्वर अवतारी,
अरे जेंतेश्वर अवतारी,
मारा जेतेश्वर अवतारी,
अरे भगत बडा तपधारी,
मारा जेंतेश्वर अवतारी,
अरे संत बड़ा तपधारी,
मारा जेंतेश्वर अवतारी।।
गायक – शंकर टाक जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818
