- – यह गीत भगवान श्याम (कृष्ण) की भक्ति और सेवा का वर्णन करता है, जिनकी चौखट पर संसार झुकता है।
- – भक्ति और सेवा को एक उपहार के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो प्रेम और समर्पण से भरा है।
- – दुखी और खाली हाथ आए लोगों के लिए भगवान श्याम दाता हैं, जो उनकी जरूरतें पूरी करते हैं।
- – भक्तों के बीच भगवान श्याम का प्रेम अपार है, जो अपनों से भी बढ़कर है।
- – आलूसिंह जी ने बताया कि सच्चे मन से भगवान श्याम की भक्ति करने पर वे भक्तों से मिलते हैं।
- – गीत में बार-बार सेवा और भक्ति की महत्ता को दोहराया गया है, जो भगवान श्याम की चौखट के प्रति समर्पण दर्शाता है।

जिसकी चौखट पे झुकता ये संसार है,
उसकी चौखट के हम तो सेवादार है,
ये श्याम से प्रीत लगाने का उपहार है,
सेवादार है हम, सेवादार है,
जिसकी चौंखट पे झुकता ये संसार है,
उसकी चौखट के हम तो सेवादार है।।
तर्ज – कब तक चुप बैठे।
जो दिन दुखी होते है,
उनके दुःख दूर है करता,
जो खाली झोली लाए,
उनके भंडारे भरता,
लख लख कर देता ऐसा लखदातार है,
सेवादार है हम, सेवादार है,
जिसकी चौंखट पे झुकता ये संसार है,
उसकी चौखट के हम तो सेवादार है।।
कोई प्रेमी इनका हमको,
जब भी कही मिल जाता,
इक अंजाना प्यारा सा,
रिश्ता उनसे बन जाता,
अपनों से बढ़कर मिलता उनसे प्यार है,
सेवादार है हम, सेवादार है,
जिसकी चौंखट पे झुकता ये संसार है,
उसकी चौखट के हम तो सेवादार है।।
ये एक ही सच्चा द्वारा,
आलूसिंह जी ने बताया,
जो सच्चे मन से ध्यावे,
उसे बाबा से मिलवाया,
कहे ‘श्याम’ किया था घर घर में प्रचार है,
सेवादार है हम, सेवादार है,
जिसकी चौंखट पे झुकता ये संसार है,
उसकी चौखट के हम तो सेवादार है।।
जिसकी चौखट पे झुकता ये संसार है,
उसकी चौखट के हम तो सेवादार है,
ये श्याम से प्रीत लगाने का उपहार है,
सेवादार है हम, सेवादार है,
जिसकी चौंखट पे झुकता ये संसार है,
उसकी चौखट के हम तो सेवादार है।।
Singer & Lyrics – Shri Shyam Singh Chouhan
