- – यह गीत हनुमान जी के प्रति श्रद्धा और भक्ति को दर्शाता है, जो जीवन की सभी मुश्किलों को आसान बना देती है।
- – गीत में हनुमान जी की महिमा और उनके द्वारा लक्ष्मण को संजीवन बूटी लाकर बचाने का उल्लेख है।
- – हनुमान जी से जुड़ी पहचान से मन में शांति, धीरज और मुस्कान आती है।
- – सीता माता के दृष्टिकोण से भी हनुमान जी की सेवा और भक्ति का महत्व बताया गया है।
- – गीत में हनुमान जी को जीवन का सच्चा साथी और संकटों का समाधानकर्ता बताया गया है।
- – यह गीत भक्तिमय भावनाओं से ओतप्रोत है और हनुमान जी की महिमा का गुणगान करता है।

जीवन की सारी मुश्किल,
आसान हो गई,
जब से मेरी हनुमान से,
पहचान हो गई,
जब से मेरी हनुमान से,
पहचान हो गई।।
तर्ज – दिल दीवाने का डोला।
हर एक से हमने पूछा,
वन वन में जाकर ढूंढा,
सीता तुझे खोज ना पाए,
धीरज भी था मेरा छूटा,
हनुमान मिले, हनुमान मिले,
होंठो पे मुस्कान हो गई,
जब से मेरी हनुमान से,
पहचान हो गई।
जीवन की सारी मुष्किल,
आसान हो गई,
जब से मेरी हनुमान से,
पहचान हो गई,
जब से मेरी हनुमान से,
पहचान हो गई।।
लक्ष्मण को मूर्छा आई,
मन ही मन हम घबराए,
संजीवन बूटी लाकर,
भाई के प्राण बचाए,
जिंदगानी मेरी इसपे,
जिंदगानी मेरी इसपे,
कुर्बान हो गई,
जब से मेरी हनुमान से,
पहचान हो गई।
जीवन की सारी मुष्किल,
आसान हो गई,
जब से मेरी हनुमान से,
पहचान हो गई,
जब से मेरी हनुमान से,
पहचान हो गई।।
हनुमान से मिलकर सीता,
दिल में ये ख्याल है आया,
कोई लेख है पिछले जनम का,
ऐसा सेवक जो पाया,
रूठी मेरी किस्मत भी,
रूठी मेरी किस्मत भी,
मेहरबान हो गई,
जब से मेरी हनुमान से,
पहचान हो गई।
जीवन की सारी मुष्किल,
आसान हो गई,
जब से मेरी हनुमान से,
पहचान हो गई,
जब से मेरी हनुमान से,
पहचान हो गई।।
जीवन की सारी मुश्किल,
आसान हो गई,
जब से मेरी हनुमान से,
पहचान हो गई,
जब से मेरी हनुमान से,
पहचान हो गई।।
Singer : Mukesh Bagda
