- – शिव भोले की भक्ति में लीन व्यक्ति सभी दुखों और भवसागर से मुक्त हो जाता है।
- – शिव भोले सभी की वाणी सुनते हैं और उनकी महिमा देवताओं द्वारा भी गाई जाती है।
- – नीलकंठ शिव भक्तों की रक्षा करते हैं और विष को स्वयं पीकर अमृत प्रदान करते हैं।
- – सच्चे मन से शिव की भक्ति करने वाले को वरदान और पावन दर्शन प्राप्त होते हैं।
- – शिव सभी जगत के स्वामी हैं और उनके गुण गाने वाले को ज्ञान और आशीर्वाद मिलता है।
- – भक्ति में रमने वाला व्यक्ति हँसते-हँसते जीवन के कठिनाइयों को पार कर जाता है।

जो शिव भोले की,
भक्ति में रम जाएगा,
हँसते हँसते,
भवसागर तर जाएगा।।
jo shiv bhole ki bhakti me ram jayega lyrics
ये भी देखें – शिव की शरण में आजा।
शिव भोले औघड़दानी,
सुनते है सबकी वाणी,
इंसान तो क्या देवों ने,
इनकी महिमा है बखानी,
शरण जो आएगा,
शिव भोले के,
पावन दर्शन पाएगा,
जो शिव भोलें की,
भक्ति में रम जाएगा,
हँसते हँसते,
भवसागर तर जाएगा।।
ये नीलकंठ कहलाए,
भक्तो की लाज बचाए,
अमृत देवों को देकर,
विष को खुद ही पि जाए,
वो अमृत पाएगा,
शिव गुणगान जो,
मन से प्राणी गाएगा,
जो शिव भोलें की,
भक्ति में रम जाएगा,
हँसते हँसते,
भवसागर तर जाएगा।।
शिव तो है अंतर्यामी,
सारे जग के है स्वामी,
सब इनके ही गुण गावे,
ज्ञानी हो या अज्ञानी,
वरदान पाएगा,
सच्चे मन से,
शिव वरदान जो मांगेगा,
जो शिव भोलें की,
भक्ति में रम जाएगा,
हँसते हँसते,
भवसागर तर जाएगा।।
जो शिव भोले की,
भक्ति में रम जाएगा,
हँसते हँसते,
भवसागर तर जाएगा।।
Singer – Sanjay Chauhan
