- – यह गीत बाबा (भगवान) के प्रति गहरी भक्ति और प्रेम को दर्शाता है।
- – गीत में भक्त अपनी जिंदगी में बाबा की दया और नजर की प्रार्थना करता है।
- – भक्त चाहता है कि बाबा उसे कभी न भुलाएं और हमेशा अपने प्रेम और आशीर्वाद से नवाजें।
- – भजन के माध्यम से भक्त अपनी बंदगी और भक्ति को निरंतर बनाए रखने की इच्छा व्यक्त करता है।
- – गीत में बाबा के प्रेमियों में शामिल होने और बाबा को खुश करने की ख्वाहिश भी व्यक्त की गई है।
- – यह भजन श्रद्धा, समर्पण और आध्यात्मिक जुड़ाव की भावना को उजागर करता है।

कभी ना भुलाना मुझे साँवरे तू,
यही मांगता हूँ यही चाहता हूँ,
मैं जी ना सकूंगा बिन तेरे बाबा,
तुम्हारी दया की नजर चाहता हूँ,
कभी ना भुलाना मुझे सांवरे तू।।
तर्ज – मैं जिस दिन भुला दूँ।
मेरी जिंदगी में बहारे है तुमसे,
दुनिया के सारे नज़ारे है तुमसे,
कभी ना हटाना तेरा हाथ सिर से,
यही मांगता हूँ यही चाहता हूँ,
मैं जी ना सकूंगा बिन तेरे बाबा,
तुम्हारी दया की नजर चाहता हूँ,
कभी ना भुलाना मुझे सांवरे तू।।
ख्वाहिश ये मेरी गाता रहूं मैं,
भजनो की गंगा बहाता रहूं मैं,
कभी ना कमी हो तेरी बंदगी में,
यही मांगता हूँ यही चाहता हूँ,
मैं जी ना सकूंगा बिन तेरे बाबा,
तुम्हारी दया की नजर चाहता हूँ,
कभी ना भुलाना मुझे सांवरे तू।।
तेरे प्रेमियों में हिस्सा बनूँ मैं,
‘श्याम’ कहे ऐसा किस्सा बनूँ मैं,
जिसे सुनके बाबा तू मुस्कुराए,
यही मांगता हूँ यही चाहता हूँ,
मैं जी ना सकूंगा बिन तेरे बाबा,
तुम्हारी दया की नजर चाहता हूँ,
कभी ना भुलाना मुझे सांवरे तू।।
कभी ना भुलाना मुझे साँवरे तू,
यही मांगता हूँ यही चाहता हूँ,
मैं जी ना सकूंगा बिन तेरे बाबा,
तुम्हारी दया की नजर चाहता हूँ,
कभी ना भुलाना मुझे सांवरे तू।।
Singer – Ravi Beriwal Ji
