- – यह गीत भगवान कृष्ण (कान्हा) के प्रति समर्पण और भक्ति को दर्शाता है, जिसमें उनके चरणों में प्रणाम करने और उनके गुण गाने की बात कही गई है।
- – गीत में प्रेम, भक्ति और श्रद्धा की भावना प्रमुख है, जो हर सुबह और शाम कान्हा के नाम का जाप करने पर जोर देती है।
- – कान्हा के नाम से मन को शांति और आनंद मिलता है, चाहे व्यक्ति अकेला हो या दुनिया के मेले में।
- – गीत में कान्हा की विभिन्न रूपों का वर्णन है, जैसे सांवरा, और उनके प्रति पूर्ण समर्पण का भाव व्यक्त किया गया है।
- – भक्त अपने मन की तरंगों को कान्हा के संग तरंगित करने और उनके चरणों में झुकने की इच्छा प्रकट करता है।
- – यह गीत भक्ति संगीत की शैली में लिखा गया है, जो प्रेम और आध्यात्मिकता को बढ़ावा देता है।

कान्हा तेरे चरणों में,
कर के प्रणाम,
हर सुबह शाम,
गुण तेरे गायेगे,
गुण तेरे गायेगे,
या हो अकेले,
या हो दुनिया के मेले,
लेके तेरा नाम,
मेरे घनश्याम,
धुनिया रमायेगे,
धुनिया रमायेगे,
कान्हा तेरे चरणों मे,
कर के प्रणाम,
हर सुबह शाम,
गुण तेरे गायेगे,
गुण तेरे गायेगे।।
तर्ज – छोटी सी उमरिया में लग।
तेरी ही धुन,
प्रेम के रंग में,
मन मेरा मतवाला,
मन जोगी पन,
बैठा पीकर,
नाम का तेरे प्याला,
लागी है नजरिया देख ले,
लागी है नजरिया देख ले,
मेरे भगवान करूँणा निधान,
दर तेरे आएंगे,
दर तेरे आएंगे,
या हो अकेले,
या हो दुनिया के मेले,
लेके तेरा नाम,
मेरे घनश्याम,
दुनिया रमायेगे,
दुनिया रमायेगे,
कान्हा तेरे चरणों मे,
कर के प्रणाम,
हर सुबह शाम,
गुण तेरे गायेगे,
गुण तेरे गायेगे।।
नैनो के दर्शन में तुम ही,
स्वांसो में तुम माला,
ध्यान सलोना,
सांवरा मेरा,
ना गौरा ना काला,
कभी तू भी नज़र भर देख ले,
कभी तू भी नज़र भर देख ले,
तेरे ही तो संग,
मन की तरंग,
हम तर जायेगे
हम तर जायेगे,
या हो अकेले,
या हो दुनिया के मेले,
लेके तेरा नाम,
मेरे घनश्याम,
दुनिया रमायेगे,
दुनिया रमायेगे,
कान्हा तेरे चरणों में,
कर के प्रणाम,
हर सुबह शाम,
गुण तेरे गायेगे,
गुण तेरे गायेगे।।
हम तुझे अपना,
मान चुके प्रभु,
अब तेरी तू जाने,
चाहे बना दे,
चाहे मिटा दे,
तोल तराजू ताने,
आना है तेरे दर झूमते,
आना है तेरे दर झूमते,
होके तेरे दास,
बैठे तेरे पास,
चरण दबाएंगे,
चरण दबाएंगे,
या हो अकेले,
या हो दुनिया के मेले,
लेके तेरा नाम,
मेरे घनश्याम,
दुनिया रमायेगे,
दुनिया रमायेगे,
कान्हा तेरे चरणों में,
कर के प्रणाम,
हर सुबह शाम,
गुण तेरे गायेगे,
गुण तेरे गायेगे।।
कान्हा तेरे चरणों में,
कर के प्रणाम,
हर सुबह शाम,
गुण तेरे गायेगे,
गुण तेरे गायेगे,
या हो अकेले,
या हो दुनिया के मेले,
लेके तेरा नाम,
मेरे घनश्याम,
दुनिया रमायेगे,
दुनिया रमायेगे,
कान्हा तेरे चरणों मे,
कर के प्रणाम,
हर सुबह शाम,
गुण तेरे गायेगे,
गुण तेरे गायेगे।।
